इग्नू की मुहिम : कमर्शियल सेक्स वर्कर्स करेंगी पढ़ाई, फीस भरने की भी तैयारी

Now the commercial sex workers can also study through the IGNOU
इग्नू की मुहिम : कमर्शियल सेक्स वर्कर्स करेंगी पढ़ाई, फीस भरने की भी तैयारी
इग्नू की मुहिम : कमर्शियल सेक्स वर्कर्स करेंगी पढ़ाई, फीस भरने की भी तैयारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। अनेक कमर्शियल सेक्स वर्कर्स (वारांगनाओं) हैं, जो पढ़ना तो चाहती हैं पर मजबूरी आड़े जाती है। आर्थिक तंगी से जूझ रहीं कमर्शियल सेक्स वर्कर्स की मदद की है इग्नू के कर्मचारियों ने। इन कर्मचारियों ने 10,500 रुपए की फीस खुद भर कर इन्हें शिक्षा देने का फैसला किया है। जी हां, इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी ने कमर्शियल सेक्स वर्कर्स को शिक्षित करने की मुहिम चलाई है। इस मुहिम से प्रेरित होकर 7 कमर्शियल सेक्स वर्कर्स बीपीपी कोर्स कर रही हैं। रेड लाइट एरिया गंगा-जमुना में बदतर हालात में जी रहीं ये कमर्शियल सेक्स वर्कर्स पढ़ाई करेंगी। इतना ही नहीं, वह अपने बच्चों को पढ़ाने की कोशिश कर रही हैं। इनमें से अधिकतर ग्वालियर, उड़ीसा और महाराष्ट्र की हैं। इनकी पढ़ाई के लिए हॉल व स्टडी मटेरियल भी दिया जा रहा है। 

गंगा-जमुना में शुरू करेंगे कोर्स 
गंगा-जमुना में ये कोर्स इग्नू के अधिकारी और रेड क्रॉस अधिकारी मिलकर शुरू करेंगे। अभी कक्षाओं के संचालन से संबंधित बातचीत चल रही है। क्लासेज हफ्ते में दो बार होगी। यहीं क्लासेज लगने से इन्हें आसानी होगी। इग्नू के नागपुर रिजनल सेंटर ने इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी के साथ मिलकर यह पहल की है। रेडक्रॉस सोसायटी काफी समय से काउंसलिंग कर उनकी मदद कर रही है। रेड क्रॉस सोसायटी और इग्नू, दोनों ने गंगा जमुना एरिया में एजुकेशन को लेकर काउंसलिंग की और  उसी का नतीजा है कि इस वर्ष 7 प्रवेश निश्चित हो सके हैं। ये सभी 22 से 45 वर्ष की हैं। 
हेमलता लोहवे, रेडक्राॅस अधिकारी 

अवेयरनेस कैंप होते हैं

एजुकेशन दी जाए तो ये दलदल से बाहर निकल पाएगीं और बेहतर जीवन जी सकेंगी। पहल का फायदा हुआ है कि अब तक 7 एडमिशन हो चुके हैं। हम इन्हें रेडक्राॅस के साथ मिलकर प्रोत्साहित करते हैं। हमारे अधिकारी इनकी पूरी मदद करेंगे। हमारे स्टॉफ ने मिलकर इनकी फीस भर दी है।
(डॉ. पी.स्वरूप, क्षेत्रीय निदेशक, इग्नू)

शादी जल्दी हो गई थी

मेरी शादी जल्दी हो गई थी, तब मैंने केवल 5वीं पास की थी। अभी मौका मिला है तो मैं पढ़ाई कर सकती हूं, शायद ये कुछ अच्छा अवसर साबित हो।
(उषा)

पढ़ने का मौका नहीं मिला

कई बार सोचा कि पढ़ाई करुं, लेकिन कुछ कारणों से पढ़ाई रूक गई। अब अवसर मिला है, फॉर्म भर दिया है, आगे पढ़ाई करूंगी।
(निशा)

बच्चों के लिए पढ़ रही

मेरे बच्चे भी बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं, जब वे होमवर्क करते हैं तो पूछते हैं। मुझे समझ नहीं आता है तो उनके लिए पढ़ाई कर रही हूं।
(गुड्डी)

Created On :   7 Sept 2018 4:26 PM IST

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