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अब बिजली चोरी नहीं आसान, अलर्ट हुआ प्रशासन
डिजिटल डेस्क, नागपुर। बिजली चोरों पर लगाम कसने प्रशासन अलर्ट हो गया है और इन्हें दबोचने के लिए महावितरण ने मुहिम तेज कर दी है। 3 दिन में विदर्भ के सभी 12 मंडलों में 2 करोड़ 4 लाख रुपए की बिजली चोरी के 2067 प्रकरण पकड़े गए। इनमें 1,101 प्रकरणों में मीटर से छेड़छाड़ तथा सीधे बस बार से टैपिंग कर बिजली चोरी की जा रही थी। शेष 966 प्रकरण आंकड़ा डालकर बिजली चोरी करने के हैं। इस मुहिम में नागपुर शहर में 14, नागपुर ग्रामीण क्षेत्र में 92, वर्धा में 43, अमरावती में 218, यवतमाल में 75, अकोला में 84, वाशिम में 110, बुलढाणा में 287, चंद्रपुर में 59, गड़चिरोली में 51, भंडारा में 57 व गोंदिया में 11 बिजली चोरी पकड़ी गई। इसके अलावा 966 हुक भी पकड़े गए।
अाय बढ़ाने के लिए खर्च कम करें
बिजली चोरी के विरुद्ध महावितरण सख्त कदम उठाने जा रही है। महावितरण के प्रादेशिक निदेशक भालचंद्र खंडाईत ने विदर्भ के सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बिजली चोरी के ऐसे प्रकरणों में जिनमें उपभोक्ता ने जानबूझकर बिजली चुराने की नीयत से मीटर में गड़बड़ी या सीधे बसबार से सप्लाई लेते पकड़े जाएं, तो उनके प्रकरण कंपाउंडिंग नहीं किए जाएं, ऐसे उपभोक्ताओं पर विद्युत अधिनियम की धारा 135 के अनुसार अपराध दर्ज कराया जाए। साथ ही रिमोट आदि तरीकों से बिजली चुरा रहे उपभोक्ता और इसके सूत्रधारों के विरुद्ध धारा 135 व 138 के अंतर्गत अपराध दर्ज कराया जाए। इसके अलावा बिजली चोरी में लिप्त व्यक्तियों के नाम समाचार माध्यम से प्रकाशित कराए जाएं। मुहिम में यह बात भी सामने आई है कि अनेक उपभोक्ताओं को अधिकृत ठेकेदार इलेक्ट्रिशियन ने जानबूझकर गलत वायरिंग करके दी है। इसलिए उपभोक्ता के साथ जांच रिपोर्ट तैयार करने वाले ठेकेदार पर भी कार्रवाई की जाएगी।
हर माह चलेगी मुहिम
जानकारी के अनुसार महावितरण बिजली चोरी को जड़ से उखाड़ने के लिए निरंतर मुहिम चलाने पर विचार कर रही है। फिलहाल हर माह छापामार कार्रवाई के तहत यह मुहिम चलाएगी।
Created On :   23 Jan 2018 8:44 AM GMT