अब इन लड़कियों को स्कूल में नहीं मिलेगा प्रोटीन पाउडर

Now these girls will not get the protein powder in school
अब इन लड़कियों को स्कूल में नहीं मिलेगा प्रोटीन पाउडर
अब इन लड़कियों को स्कूल में नहीं मिलेगा प्रोटीन पाउडर
हाईलाइट
  • राज्य महिला व बाल कल्याण विभाग किशोरियों के लिए प्रोटीन पाउडर वितरण की योजना महिला बचत गटों के माध्यम से चलाती है। 11 से 18 साल तक की लड़कियों को महीने में दो बार पैकेटबंद प्रोटीन पाउडर दिया जाता है।
  • योजना पर ब्रेक नहीं लगा है। सर्वे के बाद लाभार्थियों को पैैकेटबंद प्रोटीन पाउडर वितरित किए जाएंगे।
  • स्कूल जाने वाली 11 से 18 साल तक की लड़कियों को अब प्रोटीन पाउडर नहीं मिलेगा।अब स्कूल न जानेवाली 11 स

डिजिटल डेस्क,नागपुर। स्कूल जाने वाली 11 से 18 साल तक की लड़कियों को अब प्रोटीन पाउडर नहीं मिलेगा।  महिला व बाल कल्याण विभाग ने इस पर ब्रेक लगा दिया है। अब स्कूल न जानेवाली 11 से 14 साल की आयु की किशोरियों को ही प्रोटीन पाउडर देने का सरकार का इरादा है। 14 से 18 साल तक की लड़कियों को पाउडर देने पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। इससे करीब 70 हजार लाभार्थी प्रभावित होंगे। इसके लिए पहले सर्वे कर सारी जानकारी इकट्ठा की जाएगी और इसके बाद लाभार्थियों को प्रोटीन पाउडर का वितरण होगा। सर्वे पूरा होने के पहले लड़कियों को प्रोटीन नहीं मिलेगा। 

किया जाएगा सर्वे
बता दें कि राज्य महिला व बाल कल्याण विभाग किशोरियों के लिए प्रोटीन पाउडर वितरण की योजना महिला बचत गटों के माध्यम से चलाती है। 11 से 18 साल तक की लड़कियों को महीने में दो बार पैकेटबंद प्रोटीन पाउडर दिया जाता है। यह योजना महिला बचत गटों के माध्यम से चलाई जाती है। बचत गट को एक लाभार्थी पर 60 रुपए मिलता है। महिला व बाल कल्याण विभाग मुंबई ने सभी जिलों के संबंधित अधिकारियों को पत्र जारी कर स्कूल न जानेवाली 11 से 14 साल की किशोरियों को ही प्रोटीन देने की सूचना दी  है। इस संबंध में सर्वे करने को कहा है। जब तक सर्वे पूरा नहीं होता तब तक लड़कियों को प्रोटीन नहीं दिया जाएगा। अधिकारियों ने अगले आदेश तक इस महीने का प्रोटीन वितरित नहीं करने की सूचना संबंधित बचत गटों को दी है।

इस उम्र में जरूरी होता है प्रोटीन 
11 से 18 साल तक की आयु के दौरान लड़कियों में काफी शारीरिक बदलाव होते हैं। इस दौरान ही मासिक धर्म की भी शुरुआत  हो जाती है।  कैल्शियम, आयरन व प्रोटीन की कमी होने से कमजोरी महसूस होती है। इस कमी को दूर करने के लिए यह न्यूट्रीशन (प्रोटीन पाउडर) दिया जाता है। गुड़, शेंगदाना, गेहूं, सोयाबीन व चने से यह पाउडर तैयार किया जाता है। प्राकृति-1 व प्राकृति-2 ऐसे दो प्रकार के पाउडर पैकेट होते हैं। नागपुर शहर व ग्रामीण में प्रोटीन पाउडर के करीब डेढ़ लाख लाभार्थी हैं। 

योजना में थोड़ा परिवर्तन  
योजना में थोड़ा परिवर्तन हुआ है। पहले 11 से 18 साल तक की लड़कियों को प्रोटीन पाउडर दिया जाता था। अब 11 से 14 साल तक की स्कूल न जानेवाली किशोरियों को प्रोटीन पाउडर दिया जाएगा। स्कूल जानेवाली लड़कियों को स्कूल में ही गरम आहार मिलता है। जिले में सर्वे होगा और लाभार्थियों की सूची तैयार होगी। योजना पर ब्रेक नहीं लगा है। सर्वे के बाद लाभार्थियों को पैैकेटबंद प्रोटीन पाउडर वितरित किए जाएंगे।  
-प्रशांत थोरात, उपमुख्यकार्यकारी अधिकारी जिप, नागपुर

Created On :   6 March 2018 10:27 AM IST

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