अब महिलाओं को ‘दैनिक भास्कर वुमन अवार्ड 2019’ का बेसब्री से इंतजार

Now women eagerly waiting for Dainik Bhaskar Women Award 2019
अब महिलाओं को ‘दैनिक भास्कर वुमन अवार्ड 2019’ का बेसब्री से इंतजार
अब महिलाओं को ‘दैनिक भास्कर वुमन अवार्ड 2019’ का बेसब्री से इंतजार

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ‘दैनिक भास्कर वुमन अवार्ड 2019’ के नॉमिनेशन क्लोज हो चुके हैं। जिन महिलाओं ने वुमन अवार्ड के लिए नाॅमिनेशन किए हैं, उनकी किस्मत पेटी में बंद हो चुकी है। महिलाओं के दिलों की धड़कनें बढ़ चुकी हैं कि, वुमन अवार्ड का ताज किसके सिर पर होगा। ‘दैनिक भास्कर’ द्वारा पिछले 11 वर्षाें से विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को वुमन अवार्ड से सम्मानित किया जा रहा है। 

10 वर्गों में दिए जाएंगे अवार्ड
वुमन अवार्ड-2019 में शहर की ही नहीं, बल्कि विदर्भ की भी महिलाओं को सम्मानित किया जाएगा।  दैनिक भास्कर वुमन अवार्ड 10 वर्गों में दिए जाएंगे, जिसमें स्मॉल बिजनेस, सोशल, एंटरप्रेन्योर, आर्ट एंड कल्चर (ए), परफॉर्मिंग आर्ट (बी), लिटरेचर, आउट स्टैंडिंग स्टूडेंट, एजुकेशन, स्पोर्ट्स, एडवेंचर, बेस्ट महिला मंडल शामिल हैं।

ये हैं स्पॉन्सर
दैनिक भास्कर वुमन अवार्ड-2019 के स्पॉन्सर पावर्ड बाय जीएच रायसोनी ग्रुप, ऑफिशियल ज्वेलरी पार्टनर करण कोठारी ज्वेलर्स, ऑफिशियल ब्यूटी पार्टनर ब्यू सैलून एंड स्पा, डिजाइनर शो पार्टनर आईएनआईएफडी, रेडियो पार्टनर 94.3 माय एफएम, चैनल पार्टनर इन बीसीएन हैं। 

पांच दिन सिखाई जाएगी पढ़ाई की नई तकनीक
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) में नये शिक्षा सत्र में हुए बदलाव से अवगत कराने के लिए इस बार टीचर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरुआत मई से होगी। इस दौरान स्कूलों में छुट्टियां शुरू हो जाएंगी। स्कूलों के टीचर्स को अलग-अलग कैटेगरी के मुताबिक ट्रेनिंग लेने का विकल्प मिल सकेगा। इसमें मिडिल, हाईस्कूल और हायर सेकंडरी की तीन कैटेगरी बनाई गई हैं। इन कैटेगरी में टीचर्स अपने पसंदीदा सब्जेक्ट के मुताबिक प्रशिक्षण ले सकते हैं। यह टीचर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम 3 से लेकर 5 दिन के रहेंगे। इनमें 3 दिन की ट्रेनिंग उन टीचर्स को दी जाएगी, जो रिफ्रेश कोर्स करना चाहते हैं, जबकि जिन कोर्स में बदलाव किया गया है, वह ट्रेनिंग 5 दिन की रहेगी। 

स्कूल भी देंगे शिक्षकों को प्रशिक्षण
शहर के स्कूलों में भी मई और जून में टीचर को नए कोर्स के प्रति दक्ष करने के लिए उन्हें प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है। कारण, अधिकांश टीचर्स प्रशिक्षण लेने के लिए बाहर नहीं जाते हैं, इसलिए स्कूल अपने स्तर पर प्रशिक्षण देंगे। इसके अंतर्गत अलग-अलग स्कूल सब्जेक्ट के मुताबिक प्रशिक्षण देंगे, जिसमें दूसरे स्कूलों के टीचर्स भी शामिल हो सकेंगे।

Created On :   20 April 2019 11:03 AM GMT

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