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महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ रही बाघों की संख्या, NTCA की रिपोर्ट से खुलासा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। NTCA की रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र राज्य में प्रति चार साल में बाघों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। वर्ष 2014 में हुई गणना के अनुसार राज्य में 190 बाघ मौजूद हैं। इसी साल पुन: बाघ की गणना होने वाली है। ऐसे में इस बार भी बाघों की संख्या बढ़ने की उम्मीद इससे जुड़े जानकार कर रहे हैं। बाघों का जीवन चक्र सही रखने के लिए जंगली क्षेत्र में कितने बाघ हैं, इसका रिकॉर्ड रखना जरूरी होता है। ऐसे में वन विभाग व अन्य प्रति वर्ष अपने-अपने क्षेत्र में बाघों की गणना करते हैं। इसमें सबसे महत्वपूर्ण NTC की बाघ गणना होती है, जो हर 4 वर्ष में की जाती है।
NTC के आंकड़ों को सही माना
देशभर में NTC के आंकड़ों को ही सही माना जाता है। NTC के आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में बाघों की संख्या के मामले में सेंट्रल इंडिया में महाराष्ट्र नंबर 2 पर है। महाराष्ट्र के जंगलों में 190 बाघ मौजूद हैं। मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा यानी 308 बाघ हैं। इसके अलावा आंध्रप्रदेश में 68, छत्तीसगढ़ में 46, उड़ीसा में 28, राजस्थान में 45 और झारखंड में केवल 3 बाघ हैं। वर्ष 2006 में महाराष्ट्र में 103 ही बाघ थे। 2010 में इनकी संख्या में वृद्धि देखने को मिली। 66 बाघों की संख्या बढ़ी, यानी 169 बाघों की मौजूदगी दिखी। वर्ष 2014 में और 31 बाघों की संख्या बढ़ी, यानी 190 बाघ मौजूद होने के संकेत मिले हैं। वर्ष 2018 में होने वाली गणना के अनुसार यह आंकड़ा 225 के पार जा सकता है।
मध्यप्रदेश के बाद महाराष्ट्र का नंबर
सेट्रल इंडिया में बाघों की संख्या में मध्यप्रदेश के बाद महाराष्ट्र का नंबर है। वर्ष 2006 से अभी तक यही स्थिति है। हालांकि वर्ष 2018 के आंकड़े अभी तक स्पष्ट नहीं हुए हैं। वर्ष 2014 में हुई बाघों की गणना के मुताबिक 688 बाघ दोनों राज्यों में मौजूद है, जिसमें सबसे ज्यादा मध्यप्रदेश में 308 है और महाराष्ट्र में 190 हैं। यह आंकड़े NTC (नेशनल टायगर कंजर्वेशन अथॉरिटी) के मुताबिक हैं।
Created On :   11 March 2018 5:25 PM IST