विधायकों की जगह अधिकारी ऑनलाइन जमा कर रहे प्रस्ताव

Officers are submitting proposals online instead of MLAs
विधायकों की जगह अधिकारी ऑनलाइन जमा कर रहे प्रस्ताव
फंड मंजूर विधायकों की जगह अधिकारी ऑनलाइन जमा कर रहे प्रस्ताव

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सरकार ने विधायक निधि (एमएलए फंड) इस साल से बढ़ाकर 4 करोड़ रुपए कर दी है। अब तक 3 करोड़ रुपए सालाना मिलते थे।  अक्टूबर 2021 से हर साल 4 करोड़ देना मंजूर किया गया है। मुंबई के बजट सत्र में वित्तमंत्री अजित पवार ने इसकी घोषणा की थी। हालांकि फिलहाल बजट में इस निधि का प्रावधान नहीं होने से अब नागपुर में होने जा रहे शीतसत्र अधिवेशन में अतिरिक्त राशि के लिए पूरक मांगों का प्रस्ताव रखा जाएगा। सरकार ने अक्टूबर 2021 से बढ़ी हुई निधि को मंजूरी प्रदान कर दी है। बढ़ी हुई निधि से क्षेत्र में ज्यादा योगदान देने का दावा किया गया है। 

दूसरी तरफ अहम बात यह भी है कि  निधि बढ़ने के बावजूद विधायकों की दिक्कतें कम होती नहीं दिख रही हैं। सरकार ने पिछले साल से विधायक निधि से होने वाले कामों के प्रस्ताव डिजिटल तरीके से मंजूर करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए विधायकों को लॉगइन पासवर्ड भी दिया गया है।  विधायकों को अब डिजिटाइज पद्धति से ही प्रस्ताव जमा करने होते हैं, लेकिन अनेक विधायक ऐसे है, जिन्हें प्रस्ताव ऑनलाइन जमा करने में दिक्कतें आ रही हैं। जिनके निजी सहायक (पीए) तकनीक में एक्सपर्ट हैं, उनके प्रस्ताव ऑनलाइन जमा हो जाते हैं। किन्तु जो पूरी तरह से डिजिटल पद्धति को अपना नहीं पाए हैं, उनके लिए यह सिरदर्द बना हुआ है। ऐसे में नागपुर शहर और जिले के कुछ विधायक अपने लेटरहेड सहित कागजात और फाइल लेकर जिला नियोजन समिति (डीपीसी) कार्यालय में पहुंच जाते हैं। वे संबंधित विकास कार्य के दस्तावेजों का गट्ठा अधिकारी को थमा देते हैं। जिसके बाद अधिकारी उन दस्तावेजों को डिजिटाइज्ड पद्धति से जमा कर फाइल को मंजूरी प्रदान करने में मदद करते हैं। फिलहाल अधिकारी भी मानते हैं कि डिजिटल पद्धति सहित नए तौर-तरीकों  को अपनाने में विधायकों को कुछ समय लगेगा। उनके लिए यह पद्धति नई है। 

फिलहाल विधायकों की निधि से होने वाले कामों को देखने के लिए कोई वेबसाइट नहीं है। एक वेबसाइट है, लेकिन वह सार्वजनिक नहीं की है। उसे सिर्फ अधिकारी और विधायक देख सकते हैं। लेकिन जल्द स्थानीय जनता भी अपने विधायकों द्वारा किए जाने वाले विकास कार्यों को वेबसाइट पर देख सकेंगी। जल्द इस वेबसाइट को सार्वजनिक किया जाएगा। फिलहाल सांसद के कामों को एक वेबसाइट पर देखा जा सकता है। किस सांसद ने कितने काम पर कितना खर्च किया है, इसका ब्यौरा दिया जाता है।

Created On :   8 Nov 2021 5:40 PM IST

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