शिवसेना के नेतृत्व में सरकार बनते देख नागपुर में एक्टिव हुए पुराने कार्यकर्ता

Old activists became active in Nagpur seeing the formation of government under the leadership of Shiv Sena
शिवसेना के नेतृत्व में सरकार बनते देख नागपुर में एक्टिव हुए पुराने कार्यकर्ता
शिवसेना के नेतृत्व में सरकार बनते देख नागपुर में एक्टिव हुए पुराने कार्यकर्ता

डिजिटल डेस्क,नागपुर। राज्य में शिवसेना के नेतृत्व में सरकार का गठन लगभग तय है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे गुरुवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। नागपुर व विदर्भ में शिवसेना की स्थिति ठीक नहीं है। लेकिन पार्टी के नेतृत्व में सरकार बनते हुए देख  नए पुराने कार्यकर्ता अचानक सक्रिय होने लगे हैं। बुधवार को दोपहर में इसका नजारा भी दिखा। शिवसेना के विदर्भ प्रवक्ता किशोर कन्हेरे के नेतृत्व में वर्धा मार्ग स्थित सोमलवाड़ा चौक में शिवसेना कार्यकर्ताओं ने उत्सव मनाया । मिठाइयां बांटी। कार्यकर्ताओं में चंद्रहास राऊत, सिद्धू कोमजवार, विकास अंबोरे, श्याम चौधरी, गजानन चकोले, मनोज गवगवे, नवीन लक्षणे, दिलीप सातपुते, मिलिंद वैद्य, दीपक भुरे शामिल थे। शहर शिवसेना की ओर से भी उत्सव मनाने की तैयारी चल रही है।

गौरतलब है कि कन्हेरे व्यावसायिक क्षेत्र से जुड़े हैं। राजनीति में वे राकांपा नेता छगन भुजबल के कार्यकर्ता के तौर पर पहचाने जाते हैं। भुजबल शिवसेना में भी रहे हैं। लिहाजा कन्हेरे के राजनीतिक संबंध शिवसेना व राकांपा के नेताओं से हैं। वे नागपुर सुधार प्रन्यास के विश्वस्त भी रहे हैं। हालांकि चुनाव की राजनीति में पिछड़ते रहे हैं। विधानसभा के चुनाव में पार्टी टिकट पाने का उनका प्रयास अक्सर असफल रहा है। इस बार भी वे किसी भी सीट से उम्मीदवारी नहीं पा सकें। खास बात है कि विदर्भ में शिवसेना की राजनीतिक स्थिति अच्छी नहीं है। 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से गठबंधन के चलते उसे विदर्भ में 10 में से 4 जिलों में किसी भी सीट पर चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिल पाया था। इन जिलाें में नागपुर भी शामिल है।

नागपुर जिले की 12 विधानसभा सीटाेें में किसी पर भी शिवसेना को चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिल पाया। लिहाजा चुनाव के समय शिवसेना कार्यकर्ता केवल भाजपा की भीड़ बढ़ाने की भूमिका में थे। जिले का ग्रामीण क्षेत्र 6 विधानसभा सीट के साथ रामटेक लोकसभा क्षेत्र में बंटा है। रामटेक लोकसभा से शिवसेना का ही सांसद है। लेकिन विधानसभा चुनाव में शिवसेना का कोई उम्मीदवार नहीं था। रामटेक विधानसभा क्षेत्र में शिवसेना के आशीष जैस्वाल ने निर्दलीय लड़कर जीत पायी है। फिलहाल साफ आसार हैं कि शिवसेना के नेतृत्व में सरकार बनते ही जिले में शिवसेना के कई पुराने नेता सामने आ सकते हैं। 

Created On :   27 Nov 2019 3:34 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story