नाणार परियोजना : विधानसभा में हंगामा, कांग्रेस ने कहा- राजदंड उठाना शिवसेना की नौटंकी

On Nanar project congress attacks on shivsena, assembly adjourned
नाणार परियोजना : विधानसभा में हंगामा, कांग्रेस ने कहा- राजदंड उठाना शिवसेना की नौटंकी
नाणार परियोजना : विधानसभा में हंगामा, कांग्रेस ने कहा- राजदंड उठाना शिवसेना की नौटंकी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विधानसभा में नाणार प्रकल्प मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ। शिवसेना विधायकों ने सदन में बोलने की मांग को लेकर आक्रामक तेवर अपना लिया। इस दौरान कांग्रेस विधायक नीतेश राणे भी आक्रामक हुए। विधानसभा अध्यक्ष के सामने से राजदंड उठाकर ले जाने लगे। चोपदारों ने राजदंड छीनने का प्रयास किया, तो उनके साथ जमकर झूमाझटकी हुई। स्थिति को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागड़े ने दिन भर के लिए सभा स्थगित कर दी। बुधवार को विधानसभा में विपक्ष की ओर से लाए नियम 293 के तहत प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब सरकार की ओर से दिया जा रहा था। उसी दौरान शिवसेना सदस्य प्रकाश सुर्वे ने प्वाइंट ऑफ इन्फर्मेशन के तहत बात रखने देने का निवेदन किया। 

शिवसेना सदस्य का कहना था कि नाणार परियोजना को लेकर बड़ा मोर्चा विधानभवन तक आया है। लिहाजा नाणार के मामले पर उन्हें बोलने का मौका दिया जाना चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष ने यह कहकर अनुमति नहीं दी कि सदन की कार्यवाही नियमों के अनुसार चलती है। किसी को कामकाज की रुपरेखा के बीच अचानक बोलने का मौका नहीं दिया जा सकता है। इसके बाद शिवसेना सदस्य हंगामा करने लगे और नाणार पर बोलने देने की मांग करने लगे। प्रकाश सुर्वे हंगामा करते हुए विधानसभा अध्यक्ष के सामने रखे राजदंड तक पहुंच गए थे। हंगामें को देखते हुए 15 मिनट के लिए सभा स्थगित की गई। बाद में 3 बार सभा स्थगित करनी पड़ी। 

दोपहर 2 बजे विधानसभा अध्यक्ष ने हंगामें के बीच विधेयक क्रमांक 45 रखने की अनुमति दी। वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार विधेयक रख रहे थे। उस दौरान शिवसेना सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए। शिवसेना सदस्यों में प्रकाश सुर्वे, प्रताप सरनाइक, राजेश क्षीरसागर, वैभव नाइक और राजन सालवी शामिल थे। कांग्रेस सदस्य नीतेश राणे भी पहुंच गए। नीतेश राणे पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे के पुत्र हैं। शिवसेना सदस्यों के साथ राणे राजदंड उठाकर ले जाने लगे। चोपदारों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, तो झूमाझटकी हुई। आक्रामक स्थिति में विधानसभा अध्यक्ष की बाई ओर की कुर्सी के पास चोपदार और विधायक गिर पड़े। लिहाजा विधानसभा अध्यक्ष ने सभा स्थगित कर दी। 

किसने क्या कहा
नेता प्रतिपक्ष राधाकृष्ण विखे पाटील के मुताबिक राजदंड ले जाने के नाम पर शिवसेना ने केवल नौटंकी की है। नाणार परियोजना को लेकर शिवसेना सरकार के विरोध में हो तो शिवसेना ने तत्काल सरकार से समर्थन वापस लेकर विपक्ष का साथ देना चाहिए। नाणार मामले पर मुख्यमंत्री  शिवसेना को बोलने नहीं दे रहे हैं। उद्योगमंत्री सुभाष देसाई शिवसेना के ही है। उन्हें बोलने नहीं देने के कारण शिवसेना की भूमिका को लेकर जो प्रचार हो रहा है, उसे देखते हुए यह नौटंकी की जा रही है।

कांग्रेस विधायक नीतेश राणे का कहना है कि नाणार परियोजना के विरोध में राणे परिवार पहले से ही खुलकर सामने हैं। विधानसभा में इस मामले में बोलने देने के लिए मैंने अध्यक्ष से अनुमति मांगी। अनुमति नहीं मिलने पर मुझे राजदंड उठाने पर मजबूर होना पड़ा। मुझे आक्रामक स्थिति में देख शिवसेना सदस्य भी राजदंड तक पहुंच गए। शिवसेना के लिए तो शर्म की बात है कि वह सरकार में शामिल होकर भी राजदंड उठा रही है। 

शिवसेना विधायक प्रताप सरनाइक के मुताबिक नाणार परियोजना का विरोध शिवसेना ने पहले से ही किया है। परियोजना का विरोध नहीं है। परियोजना को कोंकण क्षेत्र में प्रस्तावित करने पर विरोध किया जा है। शिवसेना सदस्य विधानसभा में नाणार पर बाेलना चाहते थे, लेकिन उन्हें बोलने नहीं दिया गया। इसलिए राजदंड उठाना पड़ा। यह विरोध जारी रहेगा।

क्या है नाणार परियोजना
कोंकण के देवगड़ के पास नाणार में सरकार ने मेगा आइल रिफायनरी परियोजना प्रस्तावित की है। दावा है कि इस परियोजना में ढाई से तीन लाख करोड़ का निवेश होगा। तीनों तेल कंपनियां भारत पेट्रोलियम, इंडियन आइल व हिंदुस्थान पेट्रोलियम एकत्रित होंगे। सत्ता में शामिल शिवसेना व अन्य संगठनों ने इस परियाेजना को नाणार में लगाने का विरोध किया है। कहा गया है कि समुद्र से लगे क्षेत्र की जिस जमीन पर यह परियोजना प्रस्तावित है वह काफी उपजाऊ व महंगी है। परियोजना लगाने से कई किसान परिवार बर्बाद हो जाएंगे। इस परियोजना को नागपुर जिले में लगाने की मांग भाजपा विधायक आशीष देशमुख ने की है। शिवसेना ने देशमुख की मांग का समर्थन किया है। 

Created On :   11 July 2018 12:41 PM GMT

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