भूमि खरीदी-बिक्री में फर्जीवाड़ा, मां उमिया के संचालक पर एक और FIR

one more FIR against the Director of Maa Umiya Industrial Society
भूमि खरीदी-बिक्री में फर्जीवाड़ा, मां उमिया के संचालक पर एक और FIR
भूमि खरीदी-बिक्री में फर्जीवाड़ा, मां उमिया के संचालक पर एक और FIR

डिजिटल डेस्क,नागपुर।  करोड़ों रुपए की जमीन खरीदी-बिक्री के फर्जीवाड़े में मां उमिया औद्योगिक सोसायटी के संचालक जिवराजभाई पटेल  के खिलाफ कलमना थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है।  पुलिस हिरासत में आते ही जिवराज भाई अस्पताल में भर्ती हो गया ।  प्रकरण में लिप्त अन्य दो आरोपी फरार हैं।  सूर्य नगर निवासी लक्ष्मण कामले (59) ने वर्षों पहले भंडारा रोड स्थित मौजा तलोदी बुजुर्ग में खसरा नंबर 73, पटवारी हलका नंबर 33 की 0.66 हेक्टेयर आर.जमीन वर्ष 2004 में श्यामराव कातारे नामक व्यक्ति से खरीदी थी। वर्तमान में इस जमीन की कीमत करोड़ों में है। श्यामराव से जमीन खरीदी करने के बाद से जमीन लक्ष्मण के ही कब्जे में थी। इस बीच मां उमिया औद्योगिक सहकारी संस्था के संचालक जिवराजभाई पटेल ने फर्जी दस्तावेजों की मदद से उक्त जमीन 19 जनवरी 1998 में अपने नाम कर ली है। 

न जमीन बेची, न करारनामा किया 
सूत्रों का दावा है कि बाद में जिवराजभाई द्वारा इसी जमीन को मां उमिया औद्योगिक संस्था को बिक्री करने का दस्तावेजों में दर्शाया गया है। यह भी दावा किया जा रहा है कि बाद में जिवराजभाई और भागीदार बाबूभाई पटेल और दिनेश आर. हलपानी ने उसी जमीन पर ले-आउट डाला है। इस जमीन पर डाले गए ले-आउट के प्लाट्स लोगों को बेच दिए गए हैं। खुद की जमीन किसी और के नाम होने से लक्ष्मण के भी होश उड़ गए थे। उन्होंने जमीन के मूल मालिक श्यामराव से पूछताछ की। श्यामराव ने लक्ष्मण को बताया कि मां उमिया के संचालक जिवराजभाई को न ही जमीन बेची है और न ही किसी तरह का कोई करारनामा किया है। इससे मामले की गंभीरता बढ़ गई। इस बीच लक्ष्मण ने मामले की शिकायत संबंधित थाने के अलावा आला पुलिस अधिकारियों से भी की थी। जांच के दौरान प्रकरण में फर्जीवाड़ा उजागर होने से सोमवार को पुलिस ने जिवराजभाई समेत उसके भागीदार बाबूभाई और दिनेश के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया है। इसकी भनक लगते ही दिनेश और बाबूभाई फरार हो गए हैं। 

बीमारी का नाटक
प्रकरण दर्ज होने के बाद संबंधित थाने की पुलिस जिवराजभाई को गिरफ्तार करने गई थी। जिवराजभाई पुलिस के हाथ भी लगा। हिरासत में लेकर उसे थाने लाया गया। कानूनी प्रक्रिया के तहत गिरफ्तारी के पूर्व पुलिस आरोपी जिवराजभाई के स्वास्थ्य की जांच कराने जैसे ही उसे मेयो अस्पताल ले गई, उसने तबीयत खराब होने का नाटक किया। सीने में तकलीफ होने की शिकायत करने से उसे अस्पताल में भर्ती किया गया है। 


 

Created On :   6 Feb 2018 1:29 PM IST

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