ऑनलाइन फ्रॉड : बिस्कुट कंपनी मालिक के खाते से निकाली रकम, एक कंपनी अधिकारी से लाखों की ठगी

Online fraud: funds withdrawn from biscuit company owners account
ऑनलाइन फ्रॉड : बिस्कुट कंपनी मालिक के खाते से निकाली रकम, एक कंपनी अधिकारी से लाखों की ठगी
ऑनलाइन फ्रॉड : बिस्कुट कंपनी मालिक के खाते से निकाली रकम, एक कंपनी अधिकारी से लाखों की ठगी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कोराडी रोड पर एक बिस्कुट कंपनी के मालिक के बैंक खाते से मोबाइल हैकर ने 12 लाख 75 हजार रुपए निकाल लिए। पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्लाॅट नं. 17, एस के गुप्ता मार्ग, न्यू काॅलोनी छावनी, नागपुर निवासी विक्रम सुंदरलाल सेतिया (40) ने कोराडी थाने में ठगी की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस को बताया कि गत 18 अगस्त को एक अपरिचित ने फोन किया और कहा कि आपका सिमकार्ड बंद हो गया है। बाद में सेतिया ने मोबाइल सिमकार्ड कंपनी को फोन किया, तो बताया गया कि उनका मोबाइल सिमकार्ड चालू है।  सेतिया ने उस अज्ञात फोन करनेवाले की बात पर उतना ध्यान नहीं दिया। इस बीच वह कंपनी में दो दिन नहीं गए थे। 19 अगस्त को आरोपी ने उनके बैंक खाते से 12 लाख 75 हजार रुपए निकाल लिए। उन्हें यह बात 20 अगस्त को कंपनी में जाने के बाद तब पता चली जब उन्होंने बैंक खाते  के अपडेटस जानने के लिए रिकार्ड मंगाया। सेतिया को हैरानी हुई कि जब उन्होंने न तो कोई कोई लेन-देन किया और न ही उस अज्ञात फोनकर्ता को कोई जानकारी दिया, तब आखिर टेलीफोन एक्सचेंज चौक स्थित एस बैंक के उनके खाते से रकम कैसे आरटीजीएस हो गई। विक्रम सेतिया ने इस मामले में पहले साइबर पुलिस सेल के पास शिकायत की। साइबर पुलिस सेल ने इस मामले की जांच कर उसे कोराडी पुलिस के पास भेज दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले में पहली बार फोन करने वाले आरोपी ने संभवत: विक्रम सेतिया के सिमकार्ड का क्लोन तैयार कर लिया होगा। इस सिमकार्ड के क्लोन के माध्यम से उसने इनके बैंक खाते से इतनी बड़ी रकम निकाली। जांच अधिकारी देशमुख ने कहा िक इस प्रकरण में साइबर पुलिस की मदद ली जाएगी।  


कंपनी अधिकारी से लाखों की ठगी


उधर एमआईडीसी की एक कंपनी के अधिकारी के साथ ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। अारोपी ने उन्हें पेटीएम केवाईसी अपडेट करने के लिए 10 रुपए का पेमेंट करने के लिए कहा। पेमेंट करते ही कंपनी अधिकारी डॉ. दशरथ पाटील के बैंक खाते से 3 लाख 7 हजार 380 रुपए और कंपनी के बैंक खाते से 80 हजार रुपए गायब हो गए। उन्हें दीपक शर्मा नामक आरोपी ने फोन किया था। डॉ. पाटील की शिकायत पर एमआईडीसी थाने आरोपी दीपक शर्मा के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार पीड़ित शंकर नगर निवासी डॉ. दशरथ नत्थू पाटील (76) ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। डॉ. पाटील एमआईडीसी स्थित वर्षा प्रिंटिंग मनयु कंपनी में कार्यरत हैं। डॉ. पाटील के अनुसार वे 2 जुलाई को सुबह करीब 11 बजे कंपनी में मौजूद थे। इस दौरान दीपक शर्मा नामक व्यक्ति ने उन्हें फोन किया और खुद को बैंक अधिकारी बताया। दीपक ने कहा कि, आपका पेटीएम केवाईसी अपडेट करना है। इसके लिए उन्हें 10 रुपए पेमेंट करना होगा। डॉ. पाटील उस अपरिचित व्यक्ति के बहकावे में आ गए। आरोपी ने उन्हें लिंक भेजी और उसके बाद ओटीपी नंबर हासिल कर लिया। डॉ. पाटील ने अपने क्रेडिट कार्ड से उस व्यक्ति को 10 रुपए पेमेंट कर दिया। कुछ देर बाद  उन्हें मैसेज आने पर पता चला कि, कंपनी के खाते से 80,000 रुपए व एचडीएफसी बैंक खाते 3,07,380 रुपए सहित 3 लाख 87 हजार 380 रुपए ऑनलाइन ट्रंासफर कर लिए गए, तब  उन्होंने  एमआईडीसी थाने में शिकायत की।  उप-निरीक्षक  कुकड़े ने आरोपी दीपक शर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया। शहर में इस तरह के कई मामले दाखिल हो चुके हैं। आए दिन ऐसे मामले सामने आते रहते हैं। इस तरह के मामले अक्सर शहर के साइबर सेल पुलिस के पाले में डाल दिए जाते हैं , लेकिन साइबर सेल पुलिस ऐसे मामलों में बस यही कहती नजर आती है कि, जांच चल रही है। नए पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा है कि, वह साइबर पुलिस सेल के कार्य क्षेत्र को बढ़ाएंगे। शहर से साइबर अपराध को खत्म करने का प्रयास होगा। 
 

Created On :   6 Sept 2020 4:47 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story