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प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना के तहत 3 महीने में सिर्फ 3 मरीजों को मिला लाभ

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर 25 सितंबर को प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना का शुभारंभ किया गया। इस योजना के शुरू हुए साढ़े तीन महीने गुजर चुके हैं। इस दौरान नागपुर में सिर्फ 3 मरीजों को योजना का लाभ मिला है। योजना का शुभारंभ जोर-शोर से किया गया, लेकिन क्रियान्वयन नहीं होने से यह याेजना दिखावा बनकर रह गई है।
बचाव में तर्क
महात्मा ज्योतिबा फुले जनआरोग्य योजना के साथ प्रधानमंत्री जनस्वास्थ्य योजना चलाए जाने से इस योजना के लाभार्थी कम रहने का तर्क दिया जा रहा है, जबकि यह योजना केवल महाराष्ट्र के नागरिकों के लिए लागू है। नागपुर में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ तथा अन्य पड़ोसी राज्यों के मरीज उपचार के लिए आते हैं। उन्हें प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना लागू है, जबकि नागपुर के शासकीय अस्पतालों में प्रतिदिन सैकड़ों मरीज अन्य राज्यों से उपचार के लिए आते हैं।
दूसरे राज्य का एक भी नहीं
नागपुर में 3 मरीजों को योजना का लाभ दिया गया, वह महाराष्ट्र के निवासी हैं। अन्य राज्यों के एक भी लाभार्थी को योजना का लाभ नहीं मिला है। शासकीय मेडिकल अस्पताल में 1 और मेयो अस्पताल में 2 मरीजों को योजना का लाभ दिया गया है। सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और डागा अस्पताल में अभी तक एक भी मरीज को लाभ नहीं मिलने की सूत्रों से जानकारी मिली है।
निजी अस्पतालों में शुरू नहीं हुई
प्रधानमंत्री ने योजना लांच कर सरकारी अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों को पैनल में जोड़कर गरीबों को स्वास्थ्य लाभ देने का वादा किया था। नागपुर शहर की यह कसक है कि अब तक निजी अस्पतालों में यह योजना शुरू नहीं हो पाई है। शहर के 4 सरकारी अस्पतालों में योजना शुरू की गई है। इसमें सरकारी मेडिकल कॉलेज तथा अस्पताल, इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय तथा अस्पताल (मेयो), सुपर स्पेशलिटी अस्पताल और डागा स्त्री अस्पताल का समावेश है।
योजना में लाभार्थी कम
महात्मा ज्योतिबा फुले जनस्वास्थ्य योजना पहले से ही शुरू है। इस योजना में लाभार्थियों का रजिस्ट्रेशन किए जाने से प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना में लाभार्थी संख्या कम दिखाई देती है। शासकीय मेडिकल अस्पताल, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, इंदिरा गांधी चिकित्सा कॉलेज तथा अस्पताल और डागा अस्पताल में यह योजना शुरू है। जिन मरीजों के नाम एसईसीसी सूची में हैं, उन्हें योजना का लाभ दिया जा रहा है।
फनींद्र चंद्रा, रीजनल मैनेजर, प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना
योजना का आधार
वर्ष 2011 में केंद्र सरकार की ओर से सामाजिक, आर्थिक तथा जातिगत जनगणना की गई थी। सर्वेक्षण रिपोर्ट के आधार पर गरीब परिवारों की एक सूची जारी की गई। इस सूची में शामिल परिवारों को प्रधानमंत्री जनआरोग्ययोजना का पात्र माना गया है। परिवार के जिन सदस्यों का सूची में नाम है, वही इस योजना का लाभ पाने के हकदार हैं।
महात्मा ज्योतिबा फुले जनस्वास्थ्य योजना और प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना में तुलनात्मक अंत
महात्मा ज्योतिबा फुले योजना प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना
राज्य में सीमित राज्य के बाहार भी लागू
1.5 लाख रुपए सहायता 5 लाख रुपए सहायता
971 बीमारियों में लाभ 1354 बीमारियों में लाभ
1 लाख वार्षिक आय सीमा एसईसीसी सूची में नाम जरूरी
14 जिलों में शर्तें शिथिल राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा लाभार्थी पात्र
Created On :   14 Jan 2019 5:05 PM IST