- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- छिंदवाड़ा
- /
- सिर्फ डेम बना, नहरें अधूरी, फिर भी...
सिर्फ डेम बना, नहरें अधूरी, फिर भी लोकार्पण की जल्दबाजी

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा ।आगामी विधानसभा चुनाव से पहले जिले के जनप्रतिनिधि पेंच परियोजना के तहत बने माचागोरा बांध का लोकार्पण कराने की तैयारियों में है। लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराए जाने की सुगबुगाहट है। हालांकि पेंच परियोजना अभी कंपलिट नहीं हुई है। डेम बनने के साथ उसमें क्षमता के अनुकूल पानी का संग्रहण भी हो गया है, नहरों का निर्माण अब भी अधूरा पड़ा है। पेंच परियोजना से छिंदवाड़ा और सिवनी जिले में करीब 1 लाख 14 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होना है। जबकि अब तक सिर्फ 15 हजार हेक्टेयर सिंचाई लायक ही नहरों का निर्माण हो सका है। इधर विभाग के अधिकारी डेम के लोकार्पण की तैयारियों के संबंध में अनभिज्ञ हैं। उनके मुताबिक अब तक वरिष्ठ अधिकारियों ने इस संबंध में जानकारी नहीं दी है।
नहर निर्माण में लगेंगे दो साल
पेंच परियोजना की मुख्य नहरों का निर्माण तो लगभग हो गया है, लेकिन डिस्ट्रीब्यूटरी नहरें अधूरी पड़ी हैं। पूर्व से निर्माण कर रही कंपनी को दो माह पहले टर्मिनेट कर नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया की जा रही है। इस तरह नहरों का निर्माण पूरा होने में कम से कम दो वर्ष का समय लगने की बात कही जा रही है। माइनर नहरों का निर्माण भी शेष रह गया है।
खदानों को भी है शुरू होने का इंतजार
जिले के कोयलांचल में बंद होती खदानों के बीच दो नई खदानों के शुरू होने का भी सालों से इंतजार किया जा रहा है। पेंच परियोजना के साथ ही प्रधानमंत्री से इन खदानों की शुरूआत कराने की चर्चाएं भी जोर पकड़ रही है।
1 धनकशा माइन
पेंच क्षेत्र की सबसे बड़ी कोयला खदानों में शामिल धनकशा माइन में 17.71 मिलियन टन कोयले का भंडारण है। खदान शुरू करने के लिए 849.597 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया था। वहीं वन विभाग की 371.43 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया गया है।
2 शारदा प्रोजेक्ट
शारदा प्रोजेक्ट में 7.54 मिलियन टन कोयले का भंडार है। जिसकी आयु लगभग 28 वर्ष बताई जा रही है। भू-अर्जन समेत तमाम प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद भी खदान शुरू नहीं की जा सकी है। क्षेत्र के लोग 13 साल से परियोजना के शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।

Created On :   12 Oct 2017 6:50 PM IST