ऑपरेशन क्रैक डाउन व कॉम्बिंग अभियान : घर, मित्र, उठने-बैठने और छिपने के ठिकानों की निकाली जानकारी

Operation crackdown and combing campaign: hideout locations
ऑपरेशन क्रैक डाउन व कॉम्बिंग अभियान : घर, मित्र, उठने-बैठने और छिपने के ठिकानों की निकाली जानकारी
ऑपरेशन क्रैक डाउन व कॉम्बिंग अभियान : घर, मित्र, उठने-बैठने और छिपने के ठिकानों की निकाली जानकारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए ऑपरेशन क्रैक डाउन और कॉम्बिंग अभियान शुरू किया गया है। इन दोनों अभियान अंतर्गत शहर के सभी 33 थानेदारों और संबंधित क्षेत्र की सभी अपराध शाखा पुलिस यूनिट ने अपराधियों के घर, मित्र, उनके उठने-बैठने व छिपने के ठिकानों के बारे में जानकारी निकाली। इसमें पैरोल, जमानत पर छोड़े गए अपराधियों व आरोपियों का समावेश बताया गया है। सूत्रों के अनुसार एक सप्ताह संबंधित थानों की पुलिस और अपराध शाखा पुलिस विभाग की 5 यूनिट ने अपने-अपने क्षेत्र में अपराधियों का रिकॉर्ड खंगाला। इनमें जेल से छूटने वाले अपराधियों और आरोपियों का समावेश है। शहर पुलिस ने एक सप्ताह के भीतर 5,651 आरोपियों के बारे में जानकारी एकत्रित की। लॉकडाउन के दौरान छोड़े गए तथा अन्य अपराधी जो वापस जेल न जाकर पुलिस को चकमा देने का प्रयास करेंगे उनकी उक्त जानकारी के आधार पर पुलिस धरपकड़ शुरू करेगी। यह दोनों अभियान शहर पुलिस आयुक्त डॉ. भूषणकुमार उपाध्याय के आदेश पर शुरू किए गए हैं। 5 जून से ऑपरेशन क्रैक डाउन-2 शुरू किया गया है।

नियमित जांच के आदेश

सूत्रों ने बताया कि, तड़ीपार और फरार आरोपियों की इन दोनों अभियान के दौरान नियमित जांच करने का आदेश ऑपरेशन में शामिल वरिष्ठ अधिकारियों ने दिया गया है। अपर पुलिस आयुक्त डॉ. नीलेश भरणे के मार्गदर्शन में यह दोनों अभियान शुरू किए गये हैं। 

617 आरोपियों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई

अभियान के अंतर्गत अवैध शस्त्र लेकर घूमने वाले 69 आरोपियों पर कार्रवाई की गई। धारा 109 अंतर्गत  22, धारा 110 के तहत 117, धारा 151 (1)(3)  के तहत 75 आरोपियों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई। मुंबई पुलिस एक्ट की धारा 135 अंतगर्त  6, धारा 142  के तहत 21, धारा 122  के तहत 15, धारा 107, 149 सीआरपीसी  और अन्य धाराओं के तहत 286 सहित कुल 617 अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।

ऑपरेशन शुरू रहेगा

डॉ. नीलेश भरणे, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त के मुताबिक शहर में अपराधियों और आरोपियों के बारे में पुलिस पूरी तरह से गुप्त रिकार्ड तैयार कर रही है। इस अभियान में अपराधियों और आरोपियों का परिवार, रिश्तेदार, मित्रों का भी रिकॉर्ड लिया जा रहा है, ताकि आरोपी फरार होने पर धरपकड़ करने पर सफलता मिल सके। ऑपरेशन क्रैक डाउन को इसी तरह से शुरू रखा जाएगा।
 

Created On :   14 Jun 2020 4:56 PM IST

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