किसानों की मांगों को लेकर विधान परिषद में हंगामा, सदन की कार्रवाई दो बार स्थगित

Opposition strongly furor in legislative council for farmers demand
किसानों की मांगों को लेकर विधान परिषद में हंगामा, सदन की कार्रवाई दो बार स्थगित
किसानों की मांगों को लेकर विधान परिषद में हंगामा, सदन की कार्रवाई दो बार स्थगित

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बोंड इल्ली ग्रस्त किसानों को नुकसान भरपाई नही मिलने पर किसानों की मांगों को लेकर विपक्ष ने विधान परिषद में जोरदार हंगामा किया। इस हंगामे के बीच दो बार सदन की करवाई स्थगित की गई। आखिरकार हंगामा रुकता न देख, सभापति रामराजे निम्बालकर ने सदन की कारवाई शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी।

गुरुवार को सदन की कारवाई शुरू होते ही विधान परिषद में विरोधी पक्ष नेता धनंजय मुंडे ने 289 नियम के बोंड इल्ली ग्रस्तों को सरकार द्वारा धोखा देने का मुद्दा उपस्थित किया। सारे कामकाज रोककर इस पर चर्चा की मांग की। सभापति ने 289 नियम अंतर्गत चर्चा कराने से इनकार कर दिया। चर्चा नही होने से नाराज विपक्ष के सदस्यों ने वेल में उतरकर जमकर हंगामा किया। इस हंगामे के बीच दो बार आधे आधे घंटे के लिए  सदन की कारवाई स्थगित की गई। कारवाई शुरू होने पर फिर हंगामा हुआ। विपक्ष का आक्रामक रुख देखते हुए तालिका सभापति नीलम गोरे ने कारवाई दिन भर के लिए स्थगित कर दी। 

उल्लेखनीय है कि इस बार विधानमंडल का मानसून सत्र नागपुर में चल रहा है। इस दौरान किसानों की मांगों को लेकर विपक्ष आक्रामक रुख अपनाए हुए है। सरकार ने प्राकृतिक आपदा खौसतौर पर बोंड इल्ली से जिन किसानों की फसल बर्बाद हुई थी उन्हें नुकसान भरपाई देने की घोषणा की थी, लेकिन 80 प्रतिशत किसानों को सरकारी योजना का लाभ नहीं मिला है।

इसी तरह किसानों के कर्ज मााफी को लेकर जो नियम बनाए गए हैं वे इतने जटिल हैं कि किसानों की कर्ज माफी नहीं हो पाई है। फसल कर्ज को लेकर भी किसानों को ढेरों परेशानियां झेलनी पड़ रही है। कम दर में किसानों को बीज देने की योजना भी दिखावा साबित हो रही है। विपक्ष ने सरकारी की नीतियों का विरोध करते हुए शीघ्र ही किसानों के हित में कदम नहीं उठाए गए तो उग्र आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी है।

Created On :   5 July 2018 2:51 PM IST

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