एमपीएससी में ओबीसी उम्मीदवारों के अवसर सीमित करने का विरोध

Opposition to limit opportunities for OBC candidates in MPSC
एमपीएससी में ओबीसी उम्मीदवारों के अवसर सीमित करने का विरोध
एमपीएससी में ओबीसी उम्मीदवारों के अवसर सीमित करने का विरोध

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ ने एमपीएससी परीक्षा के मौके सीमित करने का विरोध किया है। महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग द्वारा एमपीएससी परीक्षा के मौके सीमित करने से अब ओबीसी उम्मीदवार तय मौके से ज्यादा बार परीक्षा नहीं दे सकेगा। महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग ने आेबीसी उम्मीदवारों के लिए स्पर्धा परीक्षा के 9 मौके तय किए हैं। जबकि एससी व एसटी उम्मीदवार कितनी भी बार स्पर्धा परीक्षा में बैठ सकते हैं। अनुसूचित जनजाति (एसटी) को संविधान की धारा 342 व  अनुसूचित जाति (एससी) को संविधान की धारा  341 के तहत  आरक्षण सुविधा दी गई है। इसी तरह ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) विद्यार्थियों को संविधान की धारा 340 के तहत आरक्षण दिया गया है। संवैधानिक प्रावधानों के तहत आरक्षण होने के बावजूद ओबीसी उम्मीदवारों की स्पर्धा परीक्षा के अधिकतम मौके तय करना एससी-एसटी व आेबीसी के बीच भेदभाव पैदा करने जैसा है।    
 

राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ के अध्यक्ष प्रा. बबनराव तायवाडे ने महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग द्वारा लिए गए निर्णय को तुरंत रद्द करने की मांग की। जिस तरह एससी-एसटी को अधिकतम मौके की सीमा नहीं है, उसी तरह की सुविधा आेबीसी की जारी रखने की घोषणा की जाए। एमपीएससी द्वारा तय मौके रद्द नहीं करने पर सड़क पर उतरकर आंदोलन करने की चेतावनी दी। जिसकी जिम्मेदारी एमपीएससी पर होगी। प्रा. तायवाडे की मांग का समर्थन आेबीसी महासंघ के  डॉ. खुशालचंद्र बोपचे, सचिन राजूरकर, डॉ. अशोक जीवतोडे, प्रा. शेषराव येलेकर, प्रा. शरद वानखेडे, गुणेश्वर आरीकर, सुषमा भाड, एड. रेखा बाराहाते, कल्पना मानकर, मनोज चव्हाण, रोशन कुंभलकर ने किया है। 

 

Created On :   3 Jan 2021 3:46 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story