पांच जिलों में आश्रम स्कूल और छात्रावास के विद्यार्थियों की होगी मुख कैंसर की जांच

Oral cancer check up of students of ashram schools and hostel
पांच जिलों में आश्रम स्कूल और छात्रावास के विद्यार्थियों की होगी मुख कैंसर की जांच
पांच जिलों में आश्रम स्कूल और छात्रावास के विद्यार्थियों की होगी मुख कैंसर की जांच

डिजिटल डेस्क, नागपुर। आदिवासी विकास विभाग ने नागपुर विभाग के पांच जिलों में आदिवासी आश्रम स्कूलों और छात्रावास के विद्यार्थियों की मुख कैंसर जांच कराने डेंटल कॉलेज के साथ सामंजस्य करार किया है। आगामी शैक्षणिक सत्र में जांच मुहिम चलाई जाएगी। गत वर्ष 2018 में प्रयोगिक तौर पर गड़चिरोली जिले की आश्रम स्कूलों में विद्यार्थियों की कैंसर जांच कराई गई। शासकीय डेंटल कॉलेज पर यह जिम्मेदारी सौंपी गई। डॉक्टरों की 7 टीम बनाकर आश्रम स्कूलों में कैंसर जांच अभियान चलाया गया।

जांच दौरान 1000 विद्यार्थियों में प्री-कैंसर पाया गया। आश्रम स्कूलों में प्री-कैंसर से पीड़ित विद्यार्थियों का खुलासा होने पर आदिवासी विकास विभाग चौंक गया। नागपुर विभाग से सभी जिलों में आश्रम स्कूलों तथा आदिवासी छात्रावासों के विद्यार्थियों की कैंसर जांच करने का निर्णय लिया गया। 

इन जिलों में होगी जांच
नागपुर विभाग के नागपुर, गोंदिया, भंडारा, चंद्रपुर और गड़चिरोली इन पांच जिलों में आदिवासी आश्रम स्कूल और छात्रावास है। वर्ष 2018 में गड़चिरोली जिले में आश्रम स्कूलों के विद्यार्थियों की जांच कराई गई थी। अब छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों की भी जांच कराई जाएगी। आश्रम स्कूलों में कक्षा पहली से 10वीं तक पढ़ने वाले विद्यार्थी रहते हैं। वहीं छात्रावास में कक्षा 11वीं और 12वीं के विद्यार्थी रहते हैं। उनकी मुख कैंसर जांच कराने का सामंजस्य करार डेंटल कॉलेज और आदिवासी विकास विभाग के बीच हुआ है।

तंबाकू के सेवन से बढ़ रहे मरीज 
जानकरों की माने तो विदर्भ में मुख कैंसर से पीड़ितों की संख्या राज्य में सर्वाधिक है। तंबाकू तथा तंबाकूयुक्त खर्रे का सेवन इसकी सबसे बड़ी वजह है। शालेय विद्यार्थी बड़ी संख्या में तंबाकू और खर्रे की लत के शिकार हैं। स्कूलों से 500 मीटर के दायरे में तंबाकूयुक्त पदार्थों की बिक्री पर पाबंदी है, लेकिन नियम का कठोरता से पालन नहीं हो रहा है। स्कूलों से चंद दूरी पर ही पान टपरियों में तंबाकूयुक्त पदार्थों की खुलेआम बिक्री हो रही है। विद्यार्थी स्कूलों से निकलकर सीधे पान टपरियों पर पहुंचकर तंबाकूयुक्त पदार्थों का सेवन करते हैं। इस पर राेकथाम की दिशा में प्रशासन और समाज कमजोर पड़ रहा है।

आगामी शैक्षणिक सत्र से शुरुआत
पांच जिलों के आश्रम स्कूल और छात्रावास के विद्यार्थियों की मुख कैंसर जांच का आदिवासी विकास विभाग के साथ सामंजस्य करार किया गया है। फिलहाल स्कूलों में परीक्षा का दौर चल रहा है। इसलिए जांच शुरू नहीं हो पाई। गर्मी की छुट्टियों के बाद जैसे ही स्कूल खुलेंगे, जांच अभियान की शुरुआत होगी। जांच में प्री-कैंसर से पीड़ित पाए जाने वाले विद्यार्थियों का लेजर ऑपरेशन कर रोग मुक्त किया जाएगा।
डॉ. सिंधु गणवीर, अधिष्ठाता  शासकीय डेंटल कॉलेज तथा अस्पताल नागपुर
 

Created On :   1 April 2019 8:25 AM GMT

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