बाघिन को गोली मारने का आदेश रद्द, वन विभाग हाईकोर्ट में पेश नहीं कर पाया रिपोर्ट

Order cancelled To Shoot The Tigress by the forest department
बाघिन को गोली मारने का आदेश रद्द, वन विभाग हाईकोर्ट में पेश नहीं कर पाया रिपोर्ट
बाघिन को गोली मारने का आदेश रद्द, वन विभाग हाईकोर्ट में पेश नहीं कर पाया रिपोर्ट

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  "T-27 कब-1" बाघिन  को देखते ही गोली मारने का आदेश रद्द कर दिया गया है। दरअसल वन विभाग हाईकोर्ट को यह समझाने में असमर्थ रहा कि बाघिन को गोली मारने का उनका फैसला सही क्यों है। 

हाईकोर्ट ने जताई असहमति
जब वन विभाग ने बुधवार को गोली मारने का आदेश जारी किया, तो गुरुवार की सुनवाई में कोर्ट ने उन्हें एक आदेश दिया था। आदेश में कोर्ट ने वन विभाग को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा था कि क्या यह वही बाघिन है, जो लोगों की जान ले रही है। इसके लिए हाईकोर्ट ने वन-विभाग को पग-मार्क, डीएनए सेंपल, कैमरा ट्रैपिंग रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा था। शुक्रवार को हुई सुनवाई में वन विभाग के पक्ष से हाईकोर्ट सहमत नहीं हुआ, जिसके बाद वन विभाग ने खुद ही यह आदेश पीछे ले लिया। 

बाघिन ले रही जान
बीते दिनों वन विभाग ने इस बाघिन को गोली मारने का फैसला किया था, मगर कोर्ट में मामला पहुंचा। जिसके बाद फैसला वापस लेकर बाघिन को गोरेवाड़ा रेस्क्यू सेंटर में लाया गया। कुछ दिनों बाद उसे बोर टाइगर रिजर्व में छोड़ा गया। इसके बाद उसे जंगल में छोड़ा गया, जहां उसने पालतू जानवरों पर हमला कर दिया। इस मामले में पिछली सुनवाई में वन विभाग ने कोर्ट में अर्जी दायर की थी, जिसके अनुसार बाघिन ने 19 सितंबर को क्षेत्र निवासी भिवाजी हरले और 27 सितंबर को सुरेंद्र पडोले और 1 अक्टूबर को पनोत्री नवाडे पर हमला करके उनकी जान ले ली थी। इसके बाद बुधवार को दोबारा वन विभाग ने इस बाघिन को गोली मारने का फैसला लिया था। याचिकाकर्ता की ओर से एड. तुषार मंडलेकर, रोहन मालवीय और वन विभाग की ओर से कार्तिक शुकुल ने पक्ष रखा।

नरखेड़ क्षेत्र में नरभक्षी बाघिन ! 
अमरावती जिले के मोर्शी तथा वरुड़ में आतंक मचाने वाली बाघिन अब नरखेड़ तहसील की तरफ घूम रही है। 4 दिन पहले बाघिन को पकड़ने के लिए रेस्क्यू टीम अमरावती के जंगलों में थी, लेकिन बाघिन इनके जाल में नहीं फंसी। जिसके बाद नरखेड़ वनपरिक्षेत्र के अधिकारी व कर्मचारी बाघिन अब नरखेड़ तहसील की ओर कूच किया है। नरखेड़ वनपरिक्षेत्र से मिली जानकारी के मुताबिक नरभक्षी बाघिन नरखेड़ तहसील के देवग्राम (थुगांवदेव) के आसपास वनपरिक्षेत्र झाड़ियों में छिपी हो सकती है। नरखेड़ वनपरिक्षेत्र के अधिकारियों ने सतर्कता के लिहाज से नागरिक को घरों से बाहर न निकले तथा पालतू मवेशियों को खुले में नहीं बांधने की अपील की है। 
 

Created On :   7 Oct 2017 12:33 PM IST

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