दहशत कायम: 20 दिन बाद भी जिस कुएं में गिरा था शावक, वहां बाघिन का मूवमेंट

Panic persists: movement of tigress in the well where the cub had fallen even after 20 days
दहशत कायम: 20 दिन बाद भी जिस कुएं में गिरा था शावक, वहां बाघिन का मूवमेंट
- 25 अगस्त को शावक का रेस्क्यू कर वन विहार भोपाल भेजा गया दहशत कायम: 20 दिन बाद भी जिस कुएं में गिरा था शावक, वहां बाघिन का मूवमेंट

डिजिटल डेस्क चौरई। क्षेत्र में लगातार वन्यप्राणियों का मूवमेंट बना हुआ है जिसके कारण दहशत बनी हुई है। हाल यह है कि हरदुआ गांव के पास जिस कुएं में एक शावक गिरा हुआ था इसके आसपास बाघिन का मूवमेंट बना हुआ है। नतीजतन आसपास के गांवों में दहशत का माहौल बना हुआ है। पिछले महीने 25 अगस्त को बाघ का एक शावक हरदुआ गांव के कुएं में गिर गया था। वन अमले ने उसे यहां से निकालकर उसे वन विहार भेज दिया हैं।  शावक के जाने के बाद से अब तक बाघिन और उसका दूसरा शावक दोनों यहीं कुएं के किनारे ही डेरा डाले हुए हैं। 20 दिन बीत जाने के बाद भी बाघिन और शावक कुएं के पास गन्ने के खेत में नजर आ रहे हैं। ग्रामीणों के मुताबिक बाघिन रोजाना कुएं के पास भी जाती हैं।
लगातार बनी हैं लोकेशन
पेंच पार्क से निकलकर वन्यप्राणियों की लोकेशन अब आसपास के हिस्सों में बनी हुई हैं। हरदुआ में बाघ शावक के कुएं में गिरने के बाद से बाघिन और 1 शावक की मौजूदगी यहीं बनी हुई हैं। यहां हरदुआ में बाघिन के होने से ग्रामीण भयभीत हैं।
- आमाझिरी में भी बाघ की दहशत
इधर आमाझिरी में भी बाघ की दहशत बनी हुई हैं। आलम यह हैं कि चांद के चिखली बम्हनी होते हुए बाघ यहां पहुंचा हैं। लगभग 35 किलोमीटर का सफर बाघ ने यहां तक आने किया हैं।  गौरतलब है कि सालभर ही अब ग्रेटिया और आसपास के हिस्सों में बाघ की लोकेशन बनी हुई हैं।

Created On :   13 Sept 2022 10:54 PM IST

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