पन्ना टाईगर रिजर्व की उम्रदराज हथिनी वत्सला हुई बीमार -100 साल से ज्यादा है उम्र

Panna Tiger Reserves old elephant Vatsala became ill - age is more than 100 years
पन्ना टाईगर रिजर्व की उम्रदराज हथिनी वत्सला हुई बीमार -100 साल से ज्यादा है उम्र
पन्ना टाईगर रिजर्व की उम्रदराज हथिनी वत्सला हुई बीमार -100 साल से ज्यादा है उम्र

डिजिटल डेस्क पन्ना। पन्ना टाइगर रिजर्व की सबसे उम्रदराज हथिनी वत्सला बीमार है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक वत्सला की उम्र 100 साल से भी ज्यादा है, विभाग द्वारा वत्सला को दुनिया की सबसे उम्रदराज हथिनी के तौर पर गिनीज बुक ऑफ  वल्र्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने की कोशिश भी कर चुका है। वत्सला को केरल के जंगलों से 1971 में होशंगाबाद लाया गया था, जब वत्सला को यहां लाया गया तब उसकी उम्र 50 साल थी।  होशंगाबाद आने से पहले वत्सला केरल के नीलांबुर फ ॉरेस्ट में पली बढ़ी, अपने जीवन के 50 साल भी उसने यहीं बिताए। उसके बाद साल 1971 में उसे होशंगाबाद लाया गया था तथा 1993 मे पन्ना टाईगर रिजर्व लाया गया था, तभी से वह पन्ना टाईगर रिजर्व मे ही रह रही है। लेकिन अब वह 100 साल की उम्र पूरी कर चुकी है तथा आखो से दिखना भी कम हो गया है और वह लगातार बीमार रहती है। वत्सला हथनी पन्ना टाईगर रिजर्व की पहचान है। वह अब महावत की आवाज के इशारे पर ही चलना फिरना करती है। टाइगर रिजर्व में दो लोग हथिनी वत्सला की सेहत पर नजर रखे हुए हैं।
रिकार्ड न मिलने के कारण गिनीज बुक मे दर्ज नही हो सका नाम
टाइगर रिजर्व प्रबंधन हथिनी वत्सला का नाम विश्व की सबसे उम्रदराज हथनी के रूप में गिनीज बुक मे दर्ज कराने को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे है, लेकिन वत्सला की उम्र से संबंधित पुराने दस्तावेज नही मिलने की वजह से अभी तक उसका नाम गिनीज बुक में दर्ज नहीं हो सका है। वत्सला की उम्र से संबंधित दस्तावेज भले ही विभाग को नहीं मिल रहे हों, लेकिन 100 साल की उम्र पूरी कर चुकी वत्सला भारत को आजादी मिलने की गवाह भी रही है। केरल के नीलांबुर फ ॉरेस्ट में 50 साल बिताने वाली वत्सला का जन्म 1921 में हुआ था, जिसके बाद 1971 में उसे होशंगाबाद और 1993 में पन्ना टाइगर रिजर्व में लाया गया है।

Created On :   2 July 2021 11:26 AM GMT

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