महीनों से बंद पैसेंजर, तीन गुना अधिक किराया देकर एक्सप्रेस से सफर करने के लिए मजबूर यात्री

Passengers are forced to travel in express trains due to passenger train stoppage
महीनों से बंद पैसेंजर, तीन गुना अधिक किराया देकर एक्सप्रेस से सफर करने के लिए मजबूर यात्री
महीनों से बंद पैसेंजर, तीन गुना अधिक किराया देकर एक्सप्रेस से सफर करने के लिए मजबूर यात्री

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर रेलवे स्टेशन से पैसेंजर के भरोसे गंतव्य तक पहुंचने वालों को इन दिनों भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। महीनों से नागपुर व अजनी स्टेशन से छूटने वाली महत्वपूर्ण पैसेंजर गाड़ियां रद्द हैं। ऐसे में कई यात्रियों को एक्सप्रेस गाड़ी का सहारा लेना पड़ रहा है। जिसके कारण उनकी जेब ढीली हो रही है। कई यात्री बसों की ओर रूख कर रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि नागपुर रेलवे स्टेशन से रोजाना एक सौ से अधिक एक्सप्रेस गाड़ियां चलती है। वहीं 10 से अधिक पैसेंजर गाड़ियां भी चलती है। किराये के बारे में बात करें पैसेंजर गाड़ियों का किराया बहुत कम होता है। वहीं एक्सप्रेस गाड़ियों का किराया ज्यादा रहता है। ऐसे में रोजाना अप-डाउन करनेवाले अधिकांश यात्री पैसेंजर गाड़ियों के भरोसे ही चलते हैं। जिससे कम किराये में उन्हें गंतव्य तक पहुंचना संभव होता है, लेकिन इन दिनों यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा है। नागपुर स्टेशन से वर्तमान स्थिति में केवल इटारसी व रामटेक पैसेंजर ही चल रही है।

बाकी पैसेंजर विभिन्न कारणों से रद्द कर रखे हैं। यह स्थिति लंबे समय से बनी हुई है। इसमें मुख्यतौर पर अजनी-काजीपेठ पैसेंजर, नागपुर-अमरावती पैसेंजर, नागपुर-भुसावल पैसेंजर शामिल हैं, जो महीनेभर से ज्यादा समय होने के बाद भी रद्द की स्थिति में है। इन गाड़ियों में प्रति दिन पैसेंजर का आंकड़ा देखा जाए तो हजारों यात्री इस पर निर्भर रहते थे। जो मात्र 10 रुपए से 30 रुपए तक लंबी दूरी तय कर रहे थे। लेकिन अब यह बंद रहने से यात्रियों एक्सप्रेस गाड़ियों पर निर्भर रहना पड़ रहा है। जिसके लिए उन्हें तीन गुना अधिक किराया देना पड़ रहा है। कई यात्री वर्धा, भुसावल, अमरावती आदि जगहों पर नौकरी करते हैं, कई लोगों का व्यवसाय है। ऐसे में इनका समय पर पहुंचना जरूरी होता है। ऐसे में उन्हें एक्सप्रेस से सफर कर तीन गुना ज्यादा किराया देने की नौबत आ रही है।

विकास कार्य पर ब्रेक  
रेलवे का पक्ष सुने तो अधिकारियों के अनुसार तीसरी लाइन के निर्माण के साथ विभिन्न स्टेशन के कायाकल्प का काम करने के कारण पैसेंजर गाड़ियों को रद्द रखा गया है। हालांकि यात्री आरोप लगा रहे है, कि रेलवे ने अर्निंग बढ़ाने के लिए पैसेंजर गाड़ियों को रद्द कर रखा है।

एस टी बसों की ओर बढ़ी भीड़ 
पैसेंजर गाड़ियों के रद्द रहने का असर सीधी तौर पर राज्य परीवहन महामंडल की गाड़ियों पर देखने मिल रहा है। ग्रीष्म के कारण वैसे ही एस टी बसों में यात्रियों की भीड़ बढ़ जाती है। ऐसे में इन दिनों उक्त कैन्सील पैसेंजर गाड़ियों के आधे से ज्यादा यात्री बसों की ओर ही रूख कर रहे हैं। ऐेसे में नागपुर से वर्धा, चंद्रपुर, अमरावती, भुसावल दिशा में जानेवाली बसों में गजब की भीड़ देखने मिल रही है।
 

Created On :   7 May 2019 3:12 PM IST

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