सात घंटे आमला में खड़ी रही पातालकोट एक्सप्रेस, आधे रास्ते से वापस लौटी बैतूल पैसेंजर

Patalkot Express stands in Amla for seven hours due to fire in army train
सात घंटे आमला में खड़ी रही पातालकोट एक्सप्रेस, आधे रास्ते से वापस लौटी बैतूल पैसेंजर
सात घंटे आमला में खड़ी रही पातालकोट एक्सप्रेस, आधे रास्ते से वापस लौटी बैतूल पैसेंजर

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। बैतूल से इटारसी रेलवे ट्रैक पर मरामझिरी और धाराखोह के बीच बोगदा नंबर 5 में गुरुवार को सेना की स्पेशल मालगाड़ी में आग लग गई। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस घटना से रेलवे ट्रैफिक प्रभावित हो गया। छिंदवाड़ा से सराय रोहिला की ओर रवाना हुई पातालकोट एक्सप्रेस करीब सात घंटे आमला स्टेशन में खड़ी रही। वहीं छिंदवाड़ा से बैतूल की ओर रवाना हुई पैसेंजर आधे रास्ते से वापस रवाना कर दी गई।

सेना की स्पेशल मालगाड़ी में आग लगने की घटना गुरुवार को दोपहर करीब 12 बजे हुई। घटना से छिंदवाड़ा की दो ट्रेनें प्रभावित हुईं। छिंदवाड़ा से गुरुवार सुबह निर्धारित समय पर सराय रोहिला की ओर रवाना हुई पातालकोट एक्सप्रेस दोपहर 12.35 बजे आमला पहुंची। एक्सप्रेस को करीब सात घंटे आमला में ही रोककर रखा गया। शाम 7.15 बजे पातालकोट आमला से गंतव्य की ओर रवाना हुई। 

आमला से वापस आई पैसेंजर 
छिंदवाड़ा से बैतूल की ओर रवाना हुई पैसेंजर ट्रेन को आमला से छिंदवाड़ा की ओर लौटा दिया गया। पेंचव्हेली पैसेंजर गुरुवार सुबह अपने निर्धारित समय से करीब चार घंटे देरी से छिंदवाड़ा पहुंची थी। यहां से भंडारकुंड रवाना होने के बाद ट्रेन 10.45 बजे छिंदवाड़ा वापस आई एवं साढ़े तीन घंटे की देरी से सुबह 11.10 बजे बैतूल की ओर रवाना हुई। आमला पहुंचने के बाद पैसेंजर को छिंदवाड़ा की ओर वापस रवाना कर दिया गया। 

यह है घटना 
एडी रेजीमेंट की स्पेशल मालगाड़ी सेना की सामग्री और विस्फोटक सामान भरकर बैंगलोर से फैजाबाद जा रही थी। मरामझिरी स्टेशन क्रास करने के बाद जैसे ही मालगाड़ी बोगदा नंबर 5 में पहुंची खंबा नंबर 839/29 के पास इंजन के पीछे की दो बोगी में रखे ट्रक तथा पीछे के दो ट्रक में आग लग गई। इससे टनल के ओएचई केबल भी टूट गए। 

एक्सप्रेस में परेशान होते रहे यात्री 
पातालकोट एक्सप्रेस से परासिया से भोपाल जा रहे विनोद चौहान ने बताया कि गुरुवार को दोपहर 12.30 बजे आमला पहुंची ट्रेन को शाम 7.15 बजे तक रोककर रखा गया। स्टेशन में ट्रेन रुकने के बाद मार्ग में आगे हुई रेल दुर्घटना की जानकारी तो यात्रियों को मिल गई थी लेकिन ट्रेन कितनी देर में रवाना होगी इसकी सही स्थिति पता नहीं चल पा रही थी। भीषण गर्मी के बीच ट्रेन छूटने का इंतजार करना कष्टप्रद रहा। खासकर बच्चों को ज्यादा परेशानी हुई।

 

Created On :   11 May 2018 7:46 AM GMT

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