गला कटने से तड़पता रहा मरीज, इमरजेंसी कॉल पर नहीं आए डॉक्टर

Patients suffering from throat cut due to ignorance of doctors
गला कटने से तड़पता रहा मरीज, इमरजेंसी कॉल पर नहीं आए डॉक्टर
गला कटने से तड़पता रहा मरीज, इमरजेंसी कॉल पर नहीं आए डॉक्टर

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। जिला अस्पताल में मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ चिकित्सकों की पदस्थापना के बाद भी मरीजों को इलाज के लिए परेशान होना पड़ रहा है। बुधवार देर रात एक ऐसा ही मामला सामने आया जब गले में चाकू से लगे गहरे घाव की वजह से गंभीर मरीज को बिना सर्जरी के नागपुर रेफर कर दिया गया। दरअसल मरीज की सर्जरी करने न तो जिला अस्पताल के डॉक्टर आए और न ही मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ आए। आखिरकार लगभग तीन घंटे के इंतजार के बाद परिजन मरीज को नागपुर ले गए।

बताया जा रहा है कि टलबर्री निवासी विजय पिता रामदास उईके बुधवार रात नोनीबर्रा एक विवाह समारोह में शामिल होने गया था। बारात में नाचते समय विजय का कुछ युवकों से विवाद हो गया। युवकों ने विजय पर चाकू से हमला कर दिया। इस हमले में विजय के गले में गहरा घाव लगा था। घायल का नागपुर में इलाज चल रहा है। चांद पुलिस का कहना है कि घायल के बयान न होने की वजह से प्रकरण दर्ज नहीं किया गया है। 

मेडिकल के डॉक्टर नहीं कर रहे इमरजेंसी ड्यूटी 
जिला अस्पताल के सीएस और मेडिकल कॉलेज डीन के बीच अप्रैल माह में एमओयू साइन किया गया है। जिसमें स्पष्ट है कि मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ चिकित्सकों को इमरजेंसी के समय कॉल कर ड्यूटी पर बुलाया जा सकता है। समझौते के मुताबिक बुधवार रात मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ सर्जन को बुलाया गया था, लेकिन वे नहीं आए। बताया जा रहा है कि जिला अस्पताल के सर्जन छुट्टी पर थे। 

ओपीडी के भी बुरे हाल, भटकते रहे मरीज 
एमओयू के तहत जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों को एक साथ ओपीडी में आने वाले मरीजों को इलाज देना है, लेकिन ओपीडी के भी हालात नहीं सुधर पाए हैं। आज भी मरीजों को ओपीडी कक्ष के बाहर डॉक्टरों का इंतजार करते देखा जा सकता है। गुरुवार सुबह ओपीडी कक्ष क्रमांक 16 के मेडिकल डॉक्टरों को सुबह और शाम की ओपीडी में समय पर आने सीएस डॉ.जेएस गोगिया ने फटकार लगाई थी। इसके बाद भी गुरुवार शाम डॉक्टर समय से पहले ओपीडी छोड़कर चले गए। 

क्या कहते हैं अधिकारी 
इमरजेंसी कॉल ड्यूटी डॉक्टर के न आने पर ईएनटी विशेषज्ञ को बुलाकर मरीज का इलाज कराया गया था। मरीज की हालत खराब होने पर उसे नागपुर रेफर किया गया है।
डॉ. सुशील दुबे, आरएमओ 

 

Created On :   18 May 2018 1:21 PM IST

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