पीएचडी - 61 वर्षीय अनिल ने बनाया मल्टीफंक्शनल बेड

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नागपुर पीएचडी - 61 वर्षीय अनिल ने बनाया मल्टीफंक्शनल बेड

डिजिटल डेस्क, नागपुर. असाध्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों को पूरा समय बेड पर ही बिताना पड़ता है। ऐसे में एक व्यक्ति तो लगातार मरीज की सेवा में ही लगता है। इस समस्या की समाधान के लिए वीएनआईटी के एक 61 वर्षीय शोधार्थी अनिल ओमकार ने ‘बेड विद कमोड साइड टिलरिंग’तकनीक ईजाद की है। गुरुवार को आयोजित दीक्षांत समारोह में उन्हें इसी विषय पर पीएचडी भी प्रदान की गई है। इस तकनीक में नित्यकर्म पूरा होने के बाद बेड में ही कमोड छिप जाएगा। दरअसल, बेड पर जीवन काट रहे मरीज का कई बार हिलना-डुलना भी मुश्किल होता है। उन्हें बेडसोल जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। इस बेड में  करवट बदलने की भी व्यवस्था की गई है। ओमकार ने पीएचडी के यांत्रिक विभाग के डॉ.अतुल अंधारे के मार्गदर्शन में पीएचडी पूरी की। उन्हें पीएचडी करने में 9 साल तक मेहनत करनी पड़ी।  ओमकार मूलत: फर्निचर व्यवसायी हैं। वर्ष 2013 में उन्होंने वीएनआईटी से एम. टेक की पढ़ाई पूरी की, जिसके बाद वे अपने मल्टीफंक्शनल बेड का सपना पूरा करने में जुट गए।

Created On :   16 Sept 2022 7:23 PM IST

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