- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- PHD में एडमिशन की प्रक्रिया के नियम...
PHD में एडमिशन की प्रक्रिया के नियम कड़े, आधी हुई संख्या

डिजिटल डेस्क,नागपुर। यूनिवर्सिटी द्वारा PHD के नियम सख्त करने का असर दिख रहा है। नए जटिल नियमों के चलते PHD करने वालों की संख्या आधी हो गई है। यूनिवर्सिटी ने बीते दो वर्षों से पीएचडी प्रक्रिया के नियम कड़े किए हैं। फलस्वरुप इस वर्ष नागपुर विश्वविद्यालय से पीएचडी करने के इच्छुक अभ्यर्थियों की संख्या आधी हो गई है। इस बार पीएचडी प्रवेश परीक्षा के लिए नागपुर विश्वविद्यालय को कुल 2,500 आवेदन प्राप्त हुए हैं। पिछली वर्ष इसी परीक्षा के लिए विश्वविद्यालय को 4,302 अभ्यर्थियों के आवेदन प्राप्त हुए थे। दरअसल नागपुर विश्वविद्यालय ने अपने यहां बढ़ती पीएचडी संख्या पर नियंत्रण कसने के लिए नए नियम लागू किए हैं। साथ ही पीएचडी प्रवेश परीक्षा को भी दो चरणों में विभाजित किया है। जिसके चलते प्रवेश परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थियों में से मुश्किल से 25 फीसदी अभ्यर्थी परीक्षा पास करके पीएचडी के लिए पात्र हाे पाते हैं।
पीएचडी अब आसान नहीं: नागपुर विश्वविद्यालय ने पिछले तीन वर्षाे में कुल 3 हजार 254 पीएचडी डिग्रियां प्रदान की है। वर्ष वर्ष 2014 में हुए दीक्षांत समारोह में 998 पीएचडी डिग्रियां प्रदान की गई थीं। इसके बाद वर्ष 2015 के फरवरी में हुए दीक्षांत समारोह में 168 पीएचडी डिग्रियां और अगस्त 2015 के दीक्षांत समारोह में कुल 483 विद्यार्थियों को पीएचडी डिग्रियां प्रदान की गईं थीं। इसी तरह नवंबर 2016 में हुए दीक्षांत समारोह में विवि ने कुल 842 शोधार्थियों को पीएचडी से नवाजा था। 3 दिसंबर 2017 को होने वाले दीक्षांत समारोह में विवि 763 पीएचडी डिग्रियां प्रदान की गईं। लेकिन अब आगे होने वाली दीक्षांत समारोह में सैकड़ों की संख्या मंे पीएचडी डिग्रियां आवंटित होती नहीं देखी जा सकेगी।
यह है टाइमटेबल
30 दिसंबर- आवेदन की हार्ड कॉपी प्रस्तुत करने की तिथि
5 जनवरी- हॉल टिकट जारी होंगे
17 से 19 जनवरी- ऑनलाइन पेट-1
23 जनवरी- परिणाम
25 जनवरी- पेट के लिए पात्र उम्मीवारों की सूची
29 जनवरी- पेट 2 के लिए हॉल टिकट जारी होंगे
10 फरवरी- ऑफलाइन पेट 2
26 अप्रैल- परिणाम घोषणा
2 से 16 अप्रैल- रजिस्ट्रेशन
Created On :   29 Dec 2017 2:23 PM IST