10 हजार रुपए जमा कर हो जाएगा भूखंड एकत्रीकरण और विभाजन का काम, फीस में NIT ने दी राहत

Plot aggregation and division work will be done in 10 thousand
10 हजार रुपए जमा कर हो जाएगा भूखंड एकत्रीकरण और विभाजन का काम, फीस में NIT ने दी राहत
10 हजार रुपए जमा कर हो जाएगा भूखंड एकत्रीकरण और विभाजन का काम, फीस में NIT ने दी राहत

डिजिटल डेस्क, नागपुर। दो भूखंड का एक भूखंड करना या एक भूखंड के दो भूखंड करने पर लगने वाले रेडीरेक्नर के दो प्रतिशत शुल्क से NIT (नागपुर सुधार प्रन्यास) ने नागरिकों को बड़ी राहत दी है। इस प्रक्रिया के लिए NIT का नो आब्जेक्शन सर्टिफिकेट आवश्यक रहेगा। इसके लिए सिर्फ 10 हजार रुपए का भुगतान करना होगा। स्पष्ट है कि बड़े पैमाने पर नागरिकों को लगने वाले शुल्क से अब छूट मिलेगी। 

NIT और NMC दोनों को ही देने पड़ते थे शुल्क
NIT के विश्वस्त मंडल की बैठक हुई। जिलाधिकारी व नासुप्र सभापति अश्विन मुद्गल की उपस्थिति में हुई बैठक में भूखंड को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। इससे पहले NIT अधिकार क्षेत्र में दो भूखंड को एकत्रित करने या एक भूखंड को दो हिस्सों में करने के लिए रेडीरेक्नर के दो प्रतिशत शुल्क वसूलती थी। नागरिकों को यही प्रक्रिया मनपा में भी करनी पड़ती थी। NIT और NMC दोनों संस्थाओं द्वारा अलग-अलग शुल्क वसूलने से नागरिकों पर करों का भारी बोझ पड़ता था।  

सीए रोड पर मल्टीलेवल पार्किंग 
सेंटर एवेन्यू रोड पर मल्टीलेवल पार्किंग तैयार करने के प्रस्ताव को बैठक में मंजूरी दी गई। सीए रोड पर जल्द जगह निश्चित की जाएगी। इसके अलावा बिल्डिंग प्लान मंजूरी के लिए 1 करोड़ से अधिक डिमांड प्रकरण में किश्त में रकम भरने की सुविधा देने का भी निर्णय लिया गया। इससे बिल्डरों को बड़ी राहत मिलेगी। 

सी-प्लेन उड़ाने को मंजूरी
NIT ने बैठक में अंबाझरी तालाब से सी-प्लेन उड़ाने को भी मंजूरी दी है। विश्वस्त मंडल की बैठक में वायबिलिटी गैप फंड (वीजीएफ) को मंजूरी प्रदान की गई है। बैठक में महाराष्ट्र मैरिटाइम बोर्ड के साथ सामंजस्य करार करने को भी हरी झंडी दी गई है। ऐसे में अंबाझरी तालाब से जल्द सी-प्लेन के उड़ान भरने की उम्मीद है। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी अनेक बार अंबाझरी से शेगांव तक सी-प्लेन उड़ाने की घोषणा कर चुके हैं। अब यह वास्तविकता में उतरता दिख रहा है।

स्थायी समिति सभापति वीरेंद्र कुकरेजा ने कहा कि नासुप्र ने अपनी ओर से रास्ता साफ कर दिया है। ऑपरेटर को सभी तरह की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। नासुप्र सभापति अश्विन मुद्गल ने कहा कि विश्वस्त मंडल ने परियोजना के लिए वायबिलिटी गैप फंडिंग (वीजीपी) प्रदान करने का फैसला किया है। विमान का उड़ान समय एक महीने में 30 घंटे होगा। टिकट 1,000 से 2,000 रुपए होगा। यह 9 सीटर विमान होगा और इसे ताड़ोबा, पेंच, शेगांव में उतरा जाएगा। ऑपरेटर जॉय राइड के तौर पर भी इसका इस्तेमाल कर सकता है।

Created On :   5 Sept 2018 1:49 PM IST

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