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PM मोदी की सलाह मानें तो पहले इन 83.21अफसरों की करनी होगी विदाई

लिमेश कुमार जंगम, नागपुर। प्रधानमंत्री मोदी की यदि सलाह मानी जाए तो पहले 83.21 प्र.श. क्लास वन अधिकारियों की विदाई करनी होगी। प्रधानमंत्री ने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में आयोजित राष्ट्रीय जनप्रतिनिधि सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए प्रशासन के अधिकारियों को लेकर जो बयान दिया है उससे कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने 40 की उम्र पार कर चुके अधिकारियों को विकास में बाधा बताया था। उनके इस बयान के परिप्रेक्ष्य में राजस्व एवं पुलिस विभाग के आला अधिकारियों की सूची व उम्र की पड़ताल की, जिसमें चौकाने वाले तथ्य उजागर हुए हैं। जिनके हाथों में प्रशासन की कमान हैं, ऐसे क्लास वन 274 अधिकारियों में से 228 अर्थात 83.21 फीसदी अफसर 40 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके हैं। यदि पीएम मोदी के बयान पर अमल किया जाए, तो एकमात्र राजस्व व पुलिस विभाग में ही कार्यरत 846 क्लास वन व क्लास टू के अधिकारियों में से 461 अफसरों की विदाई करनी होगी।
ये कहा था मोदी ने
गत दिनों प्रधानमंत्री मोदी ने पिछड़े जिलों के विकास में आ रही बाधा पर चिंता जताते हुए कहा था कि देश में मानव विकास सूचकांक में हम 130वें पायदान पर हैं। देश के 115 पिछड़े जिलों में से 30 से 35 जिले नक्सल प्रभावित हैं। इनका मानव विकास सूचकांक कम है। संसाधन व निधि उपलब्ध होने के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं हो पा रहा है।
यहां तो रिटायर्ड अधिकारियों से काम करवाने में है रूचि
प्रधानमंत्री ने 40 साल की उम्र पार कर चुके अधिकारियों को काम के जज्बे के काबिल नहीं माना। इस उम्र में परिवार की जिम्मेदारी व चिंता आदि के कारण अधिकारियों में काम का जज्बा नहीं रह जाने की बात उन्होंने कही थी। साथ ही उन्होंने सुझाव दिया था कि पिछड़े जिलों में युवा और ऊर्जावान अधिकारियों को तैनात किया जाना चाहिए, परंतु नागपुर समेत पूर्व विदर्भ के राजस्व व पुलिस विभाग की मौजूदा स्थिति विपरीत दिखाई पड़ती है। अधिकांश अधिकारी अधेड़ होने के बावजूद स्थानीय प्रशासन अपनी आवश्यकता के अनुसार सुशिक्षित युवाओं के बजाय रिटायर्ड अधिकारियों से काम करवाने में अधिक रुचि दिखाता है।
कई अधिकारियों की जन्मतिथि ही नहीं मालूम
नागपुर संभाग के राजस्व विभाग के कुल 527 अधिकारियों के सूची की पड़ताल की गई। इनमें से 211 अधिकारियों के जन्म तारीख विभाग को ज्ञात नहीं हैं। शेष 316 अधिकारियों की उम्र की जांच करने पर मालूम हुआ कि क्लास वन के 143 में से 102 तथा क्लास टू के 173 में से 134 की उम्र 40 से अधिक है। कुल मिलाकर 316 में से 236 अर्थात 74.68 प्रतिशत अधिकारी राजस्व विभाग में अधेड़ उम्र में पहुंच चुके हैं। प्रशासनिक बड़े फैसले लेना एवं विकास संबंधित विविध योजनाओं के क्रियान्वयन व सफलता या विफलता के लिए यही अधिकारी जिम्मेदार हैं।
नागपुर पुलिस की बागडोर अधेड़ अधिकारियों पर
नागपुर शहर की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाले कुल 484 पुलिस अधिकारियों के सूची की पड़ताल की गई। इनमें से 14 अधिकारियों के जन्म तारीख विभाग के पास उपलब्ध नहीं हैं। शेष 470 अधिकारियों में 131 क्लास वन के तथा 399 क्लास टू के अधिकारी हैं। गौरतलब है कि क्लास वन 131 अधिकारियों में से 126 अर्थात 96.18 अधिकारियों की उम्र 40 से अधिक है, जबकि क्लास टू अधिकारियों में अधिकांश अधिकारी 40 से कम उम्र के हैं, जो एक बेहतर स्थिति को दर्शाता है। क्लास टू के 399 में से मात्र 99 अर्थात 24.81 फीसदी अधिकारी ही अधेड़ उम्र के हैं। कुल मिलाकर 530 में से 225 अधिकारी 40 से अधिक उम्र के हैं। अर्थात उम्रदराज 42.45 प्रतिशत पुलिस अधिकारियों पर सुरक्षा की जिम्मेदारी है।
Created On :   19 March 2018 1:07 PM IST