- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- CM देवेंद्र फडणवीस के जिले में फेल...
CM देवेंद्र फडणवीस के जिले में फेल हो गई PM की योजना

कुंदन साहू, नागपुर । PM की कौशल विकास योजना CM के जिले फेल होती दिख रही है। बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कौशल विकास कार्यक्रम जोर-शोर से चलाया है। इसे राज्य में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सरकार ने भी उसी तेवर में अपनाया था, लेकिन सरकार बने तीन साल से अधिक का समय बीत चुका है और मुख्यमंत्री के जिले में ही कौशल विकास योजना का लाभ बेनतीजा है। दरअसल इस योजना को फेल करने में मुंबई की लॉबी विशेष रूप से जुटी होने की चर्चां है।
हेल्पलाइन नंबर पर नहीं मिल रहा प्रतिसाद
जिला कौशल विकास, रोजगार व उद्योजकता मार्गदर्शन केंद्र में सैंकड़ों युवा अध्ययनरत हैं, लेकिन केंद्र के सहायक निदेशक कक्ष में उत्साह की कमी दिखाई दे रही है। इसका कारण यह है कि मुंबई मुख्यालय को भेजी गई फाइलों को मंजूरी मिलने में ढिलाई बरती जा रही है, जिसके कारण कौशल प्रशिक्षण के बैचों को मंजूरी नहीं मिल पा रही है। अब तक मुंबई मुख्यालय में भेजे गए तकरीबन 350 प्रशिक्षण केंद्रों के प्रस्तावों में से केवल 60 से 65 केंद्रों को ही कौशल प्रशिक्षण केंद्र में अस्थायी बैच नंबर दिया गया है। इससे मुंबई मुख्यालय में ही कौशल विकास के अभियान को फेल करता नजर आ रहा है। इस उदासीन रवैये के चलते प्रमोद महाजन कौशल व उद्योजकता विकास अभियान का लक्ष्य कमजोर पड़ता जा रहा है। बताया यह भी जा रहा है कि हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करने पर भी उचित प्रतिसाद और मार्गदर्शन नहीं मिल रहा है।
9 हजार बेरोजगारों को नहीं मिल रहा प्रशिक्षण
इस नुकसान का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक प्रशिक्षण केंद्र में 30 विद्यार्थीं को प्रशिक्षित करने की क्षमता होती है। हर बैच दो माह चलती है। ऐसे में 300 केंद्रों को मंजूरी न मिलने से अकेले जिले में ही तकरीबन 9 हजार के आस-पास बेरोजगारों को कौशल विकास का प्रशिक्षण नहीं मिल पा रहा है और कुशल कामगारों के अभाव में उद्योगों को कुशल कामगार उपलब्ध कराने के वादे और युवाओं को रोजगार दिलाने के सपने अपनी जमीन तलाशते नजर आ रहे हैं।
फाइल मंजूर नहीं हुई है
कौशल विकास केंद्रों की मंजूरी के लिए फाइल मुंबई मुख्यालय भेजी जाती है, लेकिन वहां से फाइल मंजूर न होने से केंद्र शुरू नहीं हो सके हैं। इसके लिए बार-बार पत्र व मौखिक व्यवहार भी मुख्यालय से किया जाता है।
पी.डब्ल्यू. खंडारे, सहायक निदेशक, जिला कौशल विकास, रोजगार व उद्योजकता मार्गदर्शन केंद्र
Created On :   8 Jan 2018 2:40 PM IST