664 राशन दुकानों की POS मशीनें RD एप से लैस ,नागपुर बना राज्य का पहला शहर

point of sale machine at 664 ration shops in nagpur
664 राशन दुकानों की POS मशीनें RD एप से लैस ,नागपुर बना राज्य का पहला शहर
664 राशन दुकानों की POS मशीनें RD एप से लैस ,नागपुर बना राज्य का पहला शहर

डिजिटल डेस्क, नागपुर । उपराजधानी की 664 राशन दुकानों में लगी सभी प्वाइंस आफ सेल (पॉस) मशीनें आरडी एप से लैस हो चुकी हैं।बायोमीट्रिक डाटा व इमेज का दुरुपयोग रोकने के लिए लाए गए आरडी एप का काम नागपुर शहर में पूरा होकर 1 दिसंबर से इस पर अमल शुरू हो गया है। आरडी एप का काम पूरा करके 1 दिसंबर से अनाज का वितरण करने वाला नागपुर राज्य में पहला शहर बन गया है।
राशन वितरण भी जारी: पॉस मशीन पर अंगूठा या उंगली लगाने के बाद अनाज का वितरण किया जाता है। आधार कार्ड लिंक होने से पॉस मशीन पर संबंधित व्यक्ति की बायोमीट्रिक इमेज व डाटा मैच होता है। भविष्य में बायोमीट्रिक इमेज का दुरुपयोग होने का खतरा बढ़ गया था। इसे अनाज वितरण तक ही सीमित रखने के लिए राज्य सरकार ने नागपुर सहित राज्य के सभी पॉस मशीनों में आरडी एप (अप्लिकेशन) डालने का फैसला लिया था। यह काम हैदराबाद की इंटीग्रा कंपनी को दिया गया था। कंपनी के लोगों ने खाद्यान्न विभाग के अधिकारियों के मार्गदर्शन में शहर के राशन दुकानों में लगी सभी 664 पॉस मशीनों में आरडी एप डाल दिया है। 30 नवंबर तक यह काम पूरा हुआ आैर 1 दिसंबर से राशन दुकानों से अनाज वितरण का काम भी शुरू हो गया। राज्य के अन्य शहरों में अभी भी इस पर काम चल रहा है। नागपुर ग्रामीण में भी इस पर अभी काम ही चल रहा है।

क्यों पड़ी जरूरत  : खाद्यान्न वितरण विभाग के पास सभी राशन कार्डधारकों का डाटा उपलब्ध है। सभी का आधार कार्ड यहां लिंक हो चुका है। राशन कार्ड धारक व उनके परिजनों के बैंक अकाउंट की जानकारी भी विभाग के पास उपलब्ध है। परिवार के सदस्यांे का आधार कार्ड नंबर, बैंक अकाउंट व अन्य जरूरी जानकारी विभाग अपने सिस्टम में फीड कर चुका था। इतनी जानकारी के आधार पर कोई भी इसका दुरुपयोग आर्थिक लेने-देने में कर सकता है। इस डाटा का इस्तेमाल आर्थिक लेन-देन में न हो सके, इसलिए पॉस मशीनों में यह एप डालने की जरूरत पड़ी। अब यहां उपलब्ध बायोमीट्रिक इमेज व डाटा का इस्तेमाल सरकारी राशन तक ही सीमित रहेगा। इस संदर्भ में खाद्यान्न वितरण अधिकारी -पी काले ने बताया कि  अारडी एप का काम पूरा हो चुका है। शहर की सभी पॉस मशीनों में यह एप डाला गया है। यह काम पूरा होने के बाद 1 दिसंबर से राशन वितरण भी शुरू हो गया है। राज्य में सबसे पहले नागपुर शहर में यह काम पूरा हुआ है। बायोमीट्रिक इमेज का दुरुपयोग न हो इसलिए यह एप डाला गया है। सुरक्षा की दृष्टि से यह एप बहुत जरूरी है। विभाग के पास उपलब्ध डाटा व इमेज का राशन वितरण के अलावा अन्य कामों में इस्तेमाल नहीं हो सकेगा। 

 

Created On :   4 Dec 2017 3:39 PM IST

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