- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- युवती ने 50 लाख के लिए संचालक को...
युवती ने 50 लाख के लिए संचालक को किया ब्लैकमेल, कंपनी का मेल हैक कर लाखों की ठगी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर युवती ने कंपनी संचालक को ब्लैकमेल किया। कारोबार में भागीदारी और 50 लाख रुपए देने की मांग की। वाकया उजागर होने से प्रकरण दर्ज कर आरोपी युवती को गिरफ्तार किया गया है।
न्यू.वर्मा ले-आउट निवासी आरएम कृष्णन (44) पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट है। उनकी कंपनी भी है, जहां पर 17 मार्च 2018 से दीक्षा श्रीवास्तव (30) बतौर क्रिष्णन की सहायक के रूप में काम करती थी। दीक्षा मध्यप्रदेश की रहने वाली है वह वर्तमान में रामनगर चौक स्थित महिला छात्रावास में निवासरत है। दीक्षा ने भी सीए की पढ़ाई की है। वह अनुभव के लिए काम कर रही थी। इससे दीक्षा का कृष्णन के घर में आना जाना भी लगा रहा। फोन पर बातें और चैटिंग भी करने लगे थे। दीक्षा का प्रतिसाद मिलने से कृष्णन ने उसे प्यार भरे संदेश भी भेजे थे।
अंबाझरी थाने के प्रभारी भीमराव खंडाले के अनुसार दोनों के मोबाइल में एक दूसरे को भेजे गए संदेश मौजूद हैं। इसी का लाभ उठाकर दीक्षा ने कृष्णन को ब्लैकमेल करना शुरू किया। कृष्णन को झूठे दुष्कर्म के मामले में फंसाने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल करने लगी। अप्रैल से जुलाई 2018 तक यह सिलसिला चलता रहा। इससे घबराकर कृष्णन ने दीक्षा को चार महीने के भीतर करीब 2 लाख 33 हजार रुपए भी दिए। इससे दीक्षा का हौसला बढ़ गया। उसने कृष्णन के एसोसिएट कंपनी में संचालक का पद और 50 लाख रुपए देने की मांग की। आखिरकार दीक्षा की ब्लैकमेलिंग से त्रस्त होकर कृष्णन ने संबंधित थाने में प्रकरण दर्ज करवाया। इसकी गंभीरता से पुलिस हरकत में आई। दीक्षा को गिरफ्तार किया गया।
इधर कंपनी का मेल हैक कर गबन
एग्रो कंपनी का मेल हैक कर कंपनी के विदेशी ग्राहक से कई डॉलर गबन किए गए हैं। हैकर के खिलाफ लकड़गंज थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। हैकर के बारे में कोई ठोस जानकारी पुलिस को नहीं मिल पाई है। साइबर सेल की मदद से प्रकरण को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है।
यह है मामला
क्वेटा कालोनी में डीवाई एग्रो एंड इन्फो लिमिटेड कंपनी है। इस कंपनी का कारोबार देश-विदेश में फैला हुअा है। कंपनी के आशीष लक्ष्मीनारायण अग्रवाल (32) गुरुदेव नगर निवासी ने बताया है कि 20 से 30 जून 2018 के बीच किसी ने कंपनी का मेल हैक कर लिया और हमारे एक विदेशी ग्राहक को कंपनी के नाम से ही फर्जी मेल भेजा। मेल में किसी और व्यक्ति के खाते में रकम ट्रांसफर करने का जिक्र था। खाता नंबर भी दिया गया था। झांसे में आए ग्राहक ने उस खाते में डॉलर ट्रांसफर कर दिया, जिसकी कीमत भारतीय मुद्रा में करीब 22 लाख रुपए बताई जा रही है।
हड़कंप मच गया
घटना उजागर होते ही कंपनी प्रबंधन में हड़कंप मच गया। प्रारंभिक तौर अपने स्तर पर ही इसकी पड़ताल की गई, लेकिन हैकर के बारे में कोई सुराग नहीं मिला। विदेशी ग्राहक का कहना था कि उसने कंपनी के लेन-देन की रकम ट्रांसफर कर दी है। इससे वह दोबारा रकम देने को तैयार नहीं। प्रकरण में आए तकनीकी पेंच के चलते कंपनी को भी ग्राहक की बात माननी पड़ी। सोमवार को हैकर के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। साइबर सेल की मदद से इस धोखाधड़ी को सुलझाने का प्रयास किया जा रहा है। जांच जारी है।
Created On :   31 July 2018 2:43 PM IST