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नियमितीकरण की मांग कर रहे अतिथि विद्वानों को पुलिस ने खदेड़ा, अब भोपाल में होगा प्रदर्शन

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। नियमित किए जाने की मांग को लेकर प्रदेश भर के अतिथि विद्वान छिंदवाड़ा में एकत्रित हुए। प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने पर पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया, जिसके कारण उनमें आक्रोश है। मप्र अस्थायी प्राध्यापक संघ के बैनर तले हुए इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में अतिथि विद्वान मौजूद रहे। उनका आरोप है कि वे शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन पुलिस व प्रशासन द्वारा उन्हें जबरन खदेड़ा गया, जिसका विरोध अब भोपाल में होगा।
मंगलवार सुबह प्रदेश के अलग-अलग जिलों से लिंगा के पास एक लॉन में एकत्र हुए अतिथि विद्वानों को धारा 144 का हवाला देते हुए इसे अवैधानिक बताया और पुलिस वाहनों से उन्हें अलग-अलग दिशाओं में छोड़ा गया। इसके बाद भी अतिथि विद्वान कलेक्ट्रेट के सामने एकत्र होने लगे जहां पर पुलिस ने एक बार फिर इन्हें दबोचा इस दौरान पुलिस और अतिथि विद्वानों के बीच तू-तू, मैं-मैं हुई। जैसे-तैसे अतिथि विद्वान यहां से चले गए लेकिन पुलिस और अधिकारी लगातार नजर रखे रहे जहां शाम को अलग-अलग जिलों से आए अतिथि विद्वानों को बस स्टैंड और अलग क्षेत्रों से हटाया गया। देर शाम अतिथि विद्वानों को पिपरिया के लिए रवाना कर दिया गया। अतिथि विद्वान पिपरिया में एकत्र हो रहे हंै यहां पर अतिथि विद्वान पिपरिया से भोपाल तक पैदल मार्च करेंगे।
यह है मुख्य मांग-
मध्यप्रदेश अस्थायी प्राध्यापक संघ ने अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण की मांग को लेकर धरना रैली निकाली। संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में नियमितीकरण का उल्लेख किया है लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। अतिथि विद्वानों को नियमितीकरण तो नहीं बल्कि कॉलेज से बाहर किया जा रहा है। अतिथि विद्वानों की मांग है जो जिस कॉलेज में पदस्थ है उन्हें वहीं रहने दिया जाए।
इनका कहना है
किसी भी अतिथि विद्वान की गिरफ्तारी नहीं हुई है, धारा 144 लगने के बावजूद सभी एक जगह एकत्र हो रहे थे। बस के जरिए सभी लोगों को वापस कराया गया।
ओ.पी.सनोडिया, एसडीएम, सौंसर
- हम पिछले तीन दिनों से छिंदवाड़ा में धरना के जरिए अपनी बात रखना चाह रहे थे इसके लिए हमारे पास अनुमति थी जिसे वापस ले लिया गया। हम सिर्फ शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रखना चाह रहे थे लेकिन हमें जबरन बसों में बैठाकर रात को पिपरिया के पास छोड़ दिया गया है। हमारे कुछ साथियों के साथ दुव्र्यवहार भी हुआ है। हमारी मांग है कि अतिथि विद्वानों को नियमित किया जाए।
- डॉ सुरजीत सिंह भदौरिया, प्रदेश अध्यक्ष मध्यप्रदेश अस्थायी प्राध्यापक संघ
Created On :   3 Dec 2019 10:33 PM IST