बागेश्वर धाम महाराज को पुलिस की क्लीन चिट, फुटेज की जांच में अंधश्रद्धा जैसी कोई बात नहीं
डिजिटल डेस्क, नागपुर. बागेश्वर धाम सरकार के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज के खिलाफ जादू-टोना विरोधी कायदा प्रचार-प्रसार अमलबजावणी समिति की ओर से अंधश्रद्धा फैलाने की शिकायत पुलिस के पास की गई थी। 6 घंटे की ‘वीडियो’ की जांच के बाद शहर पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने दावा किया कि इसमें धीरेंद्र शास्त्री किसी प्रकार की अंधश्रद्धा फैलाते नहीं दिख रहे हैं। इस कारण उन पर कोई भी अपराध तत्काल दाखिल नहीं किया जा सकता। नागपुर में आयोजित दिव्य दरबार में महाराज के पुराने वीडियो में और दरबार में दिए गए वक्तव्य के विरोध में अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के प्रमुख श्याम मानव के मार्फत समिति ने पुलिस आयुक्त के पास शिकायत कर अपराध दर्ज करने की मांग की थी।
किसी प्रकार का दबाव नहीं
पुलिस आयुक्त ने बुधवार को कहा कि ‘हमने धीरेंद्र महाराज के ‘ वीडियोज’ को बारीकी से देखा है। उसमें अपराध दाखिल करने जैसा कोई कृत्य या गलती नहीं लग रहा है। इस मामले में पुलिस पर किसी दबाव को उन्होंने खारिज किया। पुलिस के इस निर्णय के बाद श्याम मानव को कोर्ट में जाने का रास्ता है। दिव्य दरबार का आयोजन 7, 8 जनवरी को हुआ था। इस दौरान 6 घंटे का ‘वीडियो’ था। इस कारण इसके निष्कर्ष तक पहुंचने में समय लग गया।
हम आगे की कार्रवाई के लिए निर्णय करेंगे
श्याम मानव, सह अध्यक्ष , जादू-टोना विरोधी कायदा प्रचार प्रसार अमलबजावणी समिति के मुताबिक इसे क्लीन चिट नहीं कहना चाहिए। समिति की ओर से 8 और 10 जनवरी को जो शिकायत की गई थी, उसकी जांच क्या हुई, इसके बारे में लिखित में मांगने वाला था। अच्छा हुआ, पुलिस ने खुद ही जवाब दिया। नागपुर के दिव्य दरबार में प्रचारित-प्रसारित वक्तव्य को लेकर जादू-टोना विरोधी कानून के अनुसार कार्रवाई होनी थी। गृहमंत्री, पुलिस महासंचालक से चर्चा के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा।
Created On :   27 Jan 2023 3:47 PM IST