Pune News: एमओए के चुनाव में राज्य सरकार के भ्रष्टाचार ने पकड़ा तूल

एमओए के चुनाव में राज्य सरकार के भ्रष्टाचार ने पकड़ा तूल

    भास्कर न्यूज, पुणे। महाराष्ट्र राज्य ओलिंपिक एसोसिएशन (एमओए) के 2 नवंबर को होने वाले चुनाव से पहले ही भाजपा और उसकी गठबंधन वाली पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस (अजित) खुलकर आमने-सामने हो गई है। इस चुनाव में राज्य सरकार के भ्रष्टाचार के मामले ने तूल पकड़ लिया है। गुरुवार को तो भाजपा ने सीधे-सीधे राकांपा के वरिष्ठ नेता और राज्य सरकार के खेल मंत्री माणिकराव कोकाटे को भ्रष्टाचारियों का साथ देने वाला बताते हुए इस्तीफा मांगा। इसके अलावा कोकाटे पर मतदाताओं पर दबाव बनाने की बात भी कही गई। जब ये आरोप लगाए जा रहे थे तब एमओए के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार और भाजपा के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल भी मौजूद थे।

    भाजपा के विधान परिषद के विधायक संदीप जोशी ने पुणे में एक पत्रकार वार्ता में खुलकर राज्य के खेलमंत्री कोकाटे को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लपेटा। उन्होंने आरोप लगाया की खेलमंत्री विभिन्न खेल संगठनों के पदाधिकारियों को फोन लगाकर अजित पवार गुट के प्रत्याशियों को वोट देने का दबाव बना रहे हैं। जोशी का कहना है इसके माध्यम से खेलमंत्री कोकाटे ओलिंपिक एसोसिएशन के सचिव नामदेव शिरगांवकर का समर्थन कर रहे हैं, जिन्होंने लगभग 13 करोड़ रु. का हिसाब अब तक राज्य सरकार को नहीं दिया है। कोकाटे भ्रष्टाचारी व्यक्ति के पीछे खड़े है, ऐसा स्पष्ट संदेश खेल मंत्री द्वारा दिया जा रहा है। अगर खेल मंत्री इस तरह से भ्रष्टाचार का समर्थन कर रहे हैं, तो उन्हे मंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए। हम सभी खेल संगठन के पदाधिकारी केंद्रीय राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल के पीछे मजबूती से खड़े हैं। जोशी यही नहीं रूके। उन्होंने अजित पवार को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा अगर अजित पवार नामदेव शिरगांवकर के पीछे हैं, तो उन्हें भी विचार करना चाहिए। जोशी बोले जल्द ही मैं राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मिलकर कोकाटे के इस्तीफे की मांग करूंगा।

    पवार नहीं, सचिव शिरगांवकर की कार्यशैली का विरोध - मुरलीधर मोहोल

    पत्रकार वार्ता में जब जोशी सीधे-सीधे अजित पवार, मंत्री कोकाटे व शिरगांवकर को निशाना बना रहे थे तब मुरलीधर मोहोल पूरे समय साथ में बैठकर अपनी मौन स्वीकृति दे रहे थे। जब मोहोल से पत्रकारों ने उनका पक्ष जानना चाहा तो महायुति गठबंधन की गरिमा को ध्यान में रखते हुए मोहोल ने नपे-तुले शब्दों में न सिर्फ विधायक जोशी की बात का समर्थन किया बल्कि अजित पवार को भी अघोषित तरीके से घेरा। मोहोल ने कहा कि हम राज्य में महायुति के साथ काम कर रहे है। जितना मैं देवेंद्र फडणवीस का सम्मान करता हूं, उतना ही मैं अजित पवार का भी सम्मान करता हूं। हमारा अजित पवार से कोई व्यक्तिगत विरोध नहीं है, लेकिन महासचिव नामदेव शिरगांवकर की कार्यशैली पर गंभीर आपत्ति है। एमओए में हुई गलतियों को लेकर कई बार अजित पवार से शिकायत की गई लेकिन, उन्होने ध्यान नहीं दिया। अगर उन्होंने ध्यान दिया होता, तो हम कोई चुनाव नहीं लड़ते। हमारे कुश्तीगीर संघ को एमओए मान्यता नहीं दे रही थी। राज्य के कई संगठनों के मामले में भी यही हो रहा था। वहीं लोग अजित पवार के साथ आज भी हैं, इसलिए हम सभी ने एक साथ आने और चुनाव लड़ने का फैसला किया। मुझे व्यक्तिगत रूप से अजित पवार से कोई आपत्ति नहीं है। उन्हें गलत लोगों को हटाना चाहिए था। पिछले कुछ वर्षों में सचिव और उनके कुछ लोगों द्वारा कई संगठनों के साथ अन्याय किया जाता रहा है। एमओए ने खिलाड़ियों और संगठनों के मामले में कभी कोई अच्छा काम नहीं किया है। इसलिए हम चुनाव में उतरे हैं, हमने शुरुआत में ही हमारा घोषणा पत्र जारी कर दिया है, ऐसा मोहोल ने कहा।

    पवार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया

    दैनिक भास्कर ने पूरे मामले में अजित पवार गुट से भी उनका पक्ष जानना चाहा लेकिन खबर लिखे जाने तक किसी की प्रतिक्रिया नहीं आई। जब भी पवार गुट अपना पक्ष रखेगा हम उनकी बात भी पाठकों तक पहुंचाएंगे।

    मुख्य पदों पर ये हैं आमने-सामने

    अध्यक्ष - अजित पवार बनाम मुरलीधर मोहोल

    वरिष्ठ उपाध्यक्ष - अशोक पंडित (अजित गुट) बनाम संदीप जोशी

    जनरल सेक्रेटरी - नामदेव शिरगांवकर (अजित गुट) बनाम संजय शेटे

    ट्रेजरर - स्मिता यादव (अजित गुट) बनाम अरुण लखानी

    Created On :   31 Oct 2025 5:40 PM IST

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