शराब की बॉटल के साथ पुलिस को देना पड़ रहा है नजराना, तब मिल पाती है शहर में एंट्री

Police has to pay attention with the bottle of liquor, then get entry in the city
शराब की बॉटल के साथ पुलिस को देना पड़ रहा है नजराना, तब मिल पाती है शहर में एंट्री
शराब की बॉटल के साथ पुलिस को देना पड़ रहा है नजराना, तब मिल पाती है शहर में एंट्री

डिजिटल डेस्क जबलपुर । शराब की दुकानें खुलीं तो हैं, लेकिन सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों की, जिससे शहर में रहने वाले भी गाँवों तक पहुँच रहे हैं और जिस रेट में शराब मिल रही है खरीद रहे हैं। जैसे ही कोई दुकान से 5 या 6 बॉटलें शराब की खरीदता है तो ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मी इसकी खबर चैक प्वॉइंट पर बैठे अपने साथी को देता है। वाहन नंबर सहित सूचना पहुँचते ही चैक प्वॉइंट के कर्मी सतर्क हो जाते हैं और जैसे ही वाहन चालक पहुँचता है उससे एक या दो बोतल शराब की तो लेते ही हैं इसके साथ ही मामला बनाने की धमकी देकर उससे कुछ नजराना भी ले लेते हैं। इस तरह की िशकायतें सालीवाड़ा की दुकान से आ रही हैं और वसूली के मामले भी गोरा बाजार थाना और पेंटीनाका चौक के सबसे ज्यादा सामने आ रहे हैं। 
जिले में ग्रामीण क्षेत्रों की अंग्रेजी और देशी शराब की 72 दुकानें खुली हैं, इन दुकानों में िबक्री भी 1 से डेढ़ करोड़ तक की हो रही है। सालीवाड़ा की शराब दुकान में भीड़ को िनयंत्रित करने पुलिस कर्मी तैनात रहते हैं, जो अिधक शराब खरीदने वाले की सूचना वाहन नंबर सहित गोरा बाजार और पेंटी नाका चैक प्वॉइंट में तैनात पुलिस कर्मियों को देते हैं। इन पुलिस कर्मियों की निगाहें फिर उसी वाहन पर रहती हैं। 
 

Created On :   15 May 2020 9:35 AM GMT

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