पुलिस को स्मार्ट और टेक्नोलॉजी फ्रेंडली फोर्स बनाने की जरूरत - राज्यपाल राव

Police need to make smart and technology friendly force - Governor Rao
पुलिस को स्मार्ट और टेक्नोलॉजी फ्रेंडली फोर्स बनाने की जरूरत - राज्यपाल राव
पुलिस को स्मार्ट और टेक्नोलॉजी फ्रेंडली फोर्स बनाने की जरूरत - राज्यपाल राव

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पुलिस के सामने सोशल मीडिया बड़ी चुनौती है। महाराष्ट्र में 21वीं सदी की पुलिस दल की आवश्यकता है। इसके लिए पुलिस की शक्ति को स्मार्ट और टेक्नोलॉजी फ्रेंडली फोर्स में रुपांतरित करने की जरूरत है। भ्रामक जानकारियों का प्रसार करने, हिंसाचार को बढ़ावा देने और विभाजनात्मक एजेंडा को अपनाकर सोशल मीडिया का दुरुपयोग किया जा रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग कर अपराध को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर जागरूकता निर्माण करना जरूरी है। यह विचार राज्यपाल सी. विद्यासागर राव ने व्यक्त किए। वे पुलिस लाइन टाकली के पुलिस मैदान पर आयोजित पुलिस के 31वां महाराष्ट्र राज्य क्रीड़ा स्पर्धा के समापन अवसर पर बोल रहे थे। 

महिलाओं का योगदान सराहनीय
राज्यपाल ने कहा कि देश के विकास में महिलाओं का भी समान योगदान है। महिलाएं अलग-अगल क्षेत्रों में सराहनीय कार्य कर रही हैं। महिला, बच्चों और अलग-अलग लोगाें पर होने वाले अपराध के बारे में गंभीर होना जरूरी है। राज्य की पुलिस के सामने कई आह्वान, मर्यादा और रुकावटें भी हैं। इन सबके बाद भी महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्य में शांति, कानून और सुव्यवस्था बनी रहना पुलिस की कार्यशैली के कारण संभव है। देश की सर्वोत्तम पुलिस में महाराष्ट्र की पुलिस की गणना होती है। इस बात का अभिमान है।

देश में शांत, प्रगतिशील और मेहनतकश राज्य के रूप में महाराष्ट्र की प्रतिष्ठा को टिकाए रखने में राज्य की पुलिस का बड़ा योगदान है। राज्य की इस प्रतिष्ठा के कारण ही विदेशी निवेशक भी इस राज्य में निवेश करने के लिए आकर्षित हो रहे हैं। 

चैम्पियन्स तैयार करेगी पुलिस
उन्होंने कहा कि आज तकनीक के माध्यम से अपराध का स्वरूप और गलत बातों की कार्यपद्धति तेजी से बढ़ रही है। गत वर्ष हैकर्स एटीएम कार्ड के माध्यम से करोड़ों रुपए का चूना सरकारी बैंकों को लगा चुके हैं। इस मामले के अपराधी अभी भी अदृश्य हैं। पुलिस की योग्यता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। वर्ष 2020 को पुलिस के लिए ‘फिटनेस वर्ष’ के रूप में घोषित करने पर विचार किया जा सकता है। पुलिसकर्मियों को तंदुरुस्त रखने के लिए विविध कार्यक्रम, उपाय और प्रोत्साहन योजना शुरू की जा सकती है। पुलिस ने राज्य के पुलिस विभाग के कई खिलाड़ियों को सामने लाया इस बात की खुशी हो रही है। महाराष्ट्र पुलिस एशियाई खेल और ओलंपिक जैसे आंतरराष्ट्रीय क्रीड़ा स्पर्धा के लिए चैम्पियन्स तैयार करेगी। पुलिस लाइन टाकली स्थित शिवाजी स्टेडियम में उक्त कार्यक्रम संपन्न हुआ।

इस अवसर पर ऊर्जामंत्री व नागपुर के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले, पुलिस महासंचालक दत्ता पडसालगिकर, अतिरिक्त पुलिस महासंचालक अनूप कुमार सिंह, अतिरिक्त पुलिस महासंचालक प्रज्ञा सरवदे, नागपुर के पुलिस आयुक्त डॉ. भूषणकुमार उपाध्याय, पुणे के पुलिस आयुक्त डॉ. के. व्यंकटेशम सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। 

परंपरा कायम
राज्यपाल राव ने कहा कि  महाराष्ट्र में राज्यपाल बनकर आने के बाद से हर साल पुलिस खेल पुरस्कार कार्यक्रम में शामिल होने से पुलिस से संवाद करने और राज्य की पुलिस की विविध समस्याओं को समझने का अवसर मिलता है। वार्षिक पुलिस खेल को लगातार आयोजित करने की परंपरा को कायम रखने के लिए उन्होंने पुलिस महासंचालक पडसालिगकर की प्रशंसा की। कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए नागपुर पुलिस की भी सराहना की। पुलिस क्रीड़ा स्पर्धा में सहभागी हुए सभी विजेताओं का अभिनंदन किया। 
 

Created On :   19 Jan 2019 3:22 PM IST

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