51 प्रतिशत वोटों की राजनीति, कमजोर बूथों का टारगेट

Politics of 51 percent votes, target of weak booths
51 प्रतिशत वोटों की राजनीति, कमजोर बूथों का टारगेट
नागपुर 51 प्रतिशत वोटों की राजनीति, कमजोर बूथों का टारगेट

डिजिटल डेस्क, नागपुर. महाराष्ट्र में तीन बड़ी राजनीतिक पार्टियों द्वारा एक-साथ आकर सरकार बनाने से भाजपा को तगड़ा झटका लगा था। अब वह इससे सबक ले रही है। आगामी लोकसभा चुनाव 2024  में अगर सभी विरोधी पार्टियां एकसाथ आ जाती हैं, ऐसी परिस्थिति में उससे निपटने के लिए अपना दायरा और बढ़ा करने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। पार्टी ने अपने सामने 51 प्रतिशत वोटों का लक्ष्य रखा है, ताकि उन्हें किसी और की जरूरत न पड़े। इसके लिए देशभर के 2.50 लाख बूथों को चिह्नित किया गया है, जिन बूथों पर भाजपा कभी नहीं जीती है, वे इन बूथों पर कमजोर रही है। इसे मजबूत करने के लिए बुधवार को राष्ट्रीय स्तर पर बूथ संपर्क अभियान की शुरुआत की गई है। इसमें नागपुर सहित सभी जगह से लोग जुड़े। तिलक पुतला स्थित भाजपा कार्यालय में खुद पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की प्रमुख उपस्थिति में शहर और प्रदेश के पदाधिकारी वर्चुअल कार्यक्रम से जुड़े। कार्यक्रम को सीधे राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और राष्ट्रीय संगठन मत्री बी.एल. संतोष ने संबोधित किया। कार्यक्रम में जो कभी जीते नहीं गए, ऐसे 2.50 लाख बूथों को जितने का लक्ष्य रखा गया।

विधायक व सांसदों को दिया टारगेट : प्रत्येक विधायक को 25 कमजोर बूथ और प्रत्येक सांसद को 100 कमजोर बूथों का मजबूत करने का टारगेट दिया गया। कार्यक्रम के बाद पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि देश में 2.50 लाख बूथ ऐसे हैं, जिसे हमने कभी नहीं जीता। इसे लक्ष्य बनाकर पार्टी को आगे बढ़ाना है। हमें 51 प्रतिशत वोटों की राजनीति करनी है। कोई कितना भी एकत्रित हो तो भी भाजपा जीतेंगे, यहीं राजनीति करनी है। बैठक में शहर अध्यक्ष व विधायक प्रवीण दटके, पूर्व महापौर संदीप जोशी, दयाशंकर तिवारी, पूर्व विधायक गिरीश व्यास, अनिल सोले, प्रदेश सचिव एड. धर्मपाल मेश्राम, संजय भेंडे आदि उपस्थित थे। 
 

Created On :   26 May 2022 6:56 PM IST

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