पोस्टमैन ने पुरानी पुस्तकों से शुरू की लाइब्रेरी, आज है 3 हजार से अधिक बुक्स

Postman started library of 3000 books by collecting the old books
पोस्टमैन ने पुरानी पुस्तकों से शुरू की लाइब्रेरी, आज है 3 हजार से अधिक बुक्स
पोस्टमैन ने पुरानी पुस्तकों से शुरू की लाइब्रेरी, आज है 3 हजार से अधिक बुक्स

डिजिटल डेस्क, नाशिक। समाजसेवा की नई मिसाल रखते हुए एक पोस्टमैन ने पुस्तकें इकट्ठा कर लाइब्रेरी शुरू की है। जिसका गांव के बच्चे आज लाभ उठा रहे हैं। नासिक जिले के आड़ीवदांड बस्ती में रहने वाले 23 साल के हेमराज प्रकाश महाले ऐसे पोस्टमैन हैं, जो लोगों को पत्र बांटने के साथ-साथ गांव के घरों से किताबें इकट्ठा करते हैं। ऐसा करते हुए उनके पास अब स्कूली बच्चों के उपयोग में आने वाली हजारों पुस्तकें इकट्ठा हो गई हैं।



आज है 3 हजार पुस्तकें
लाइब्रेरी शुरू करने के लिए पर्याप्त रकम नहीं थी। उसने नया आइडिया निकाला, वह जिन घरों में जब भी चिट्ठी देने जाता, उनसे किताबें भी देने का आग्रह किया। लोगों को गांव के आदिवासी बच्चों के बारे में बताता। गांव के लोग हेमराज की इस पहल से खुश हुए। सभी लोगों ने सहयोग देने की बात कही। हेमराज ने अपने दोस्तों की मदद से सोशल मीडिया पर भी सहयोग की अपील की। इन प्रयासों से हेमराज को लगातार बच्चों के काम में आने वाली पुस्तकें मिलती रहीं। 195 पुस्तकों से शुरू की गई हेमराज की लाइब्रेरी में अब 3 हजार से अधिक पुस्तकें हैं। रोजाना सौ से ज्यादा बच्चे अब लाइब्रेरी में आते हैं। 

और इस तरह मिलती गई मदद
हेमराज ने आड़ीवदांड में मीराताई लाइब्रेरी शुरू की। उनके इस प्रयास में दोस्त देवीदास ने मदद की। वे लाइब्रेरी में आने वाले बच्चों को अलग-अलग विषयों के बारे में विस्तार से बताते हैं और उनकी काउंसिलिंग भी करते हैं। लाइब्रेरी के लिए जिला परिषद ने कमरा भी दिया है।

Created On :   27 Aug 2018 11:33 AM IST

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