हर बच्चे को साइंस से जोड़ने का कार्य कर रही है प्रयोगवान संस्था

Prayogvan institute is going to make every student join science
हर बच्चे को साइंस से जोड़ने का कार्य कर रही है प्रयोगवान संस्था
हर बच्चे को साइंस से जोड़ने का कार्य कर रही है प्रयोगवान संस्था

डिजिटल डेस्क,नागपुर। विज्ञान से हर बच्चे को जुड़ना चाहिए, अपने नवागत आइडियाज को शेयर करें यही हमारी मंशा है। यह कहना है एनसीआरटी चीफ, कोर कमेटी मेंबर प्रयोगवान संस्था के हेमंत पांडे का। वे प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे। प्रयोगवान संस्था, नेशनल चिल्ड्रंस सांइस कांग्रेस के साथ मिलकर यह कार्य कर रही है। इनमें नेशनल काउंसिल ऑफ टेक्नोलॉजी कम्यूनिकेशन डिपार्टमेंट ऑफ  साइंस एंड टेक्नोलॉजी, गवर्मेंट ऑफ इंडिया शामिल हैं। इस दौरान पांडे ने कहा कि स्कूल के छात्र विज्ञान में रुचि तो लेते हैं, परंतु उसका एक्जीक्यूट नहीं हो पाता है। हम नेशनल चिल्ड्रंस सांइस कांग्रेस के जरिए गांव से शहर तक के बच्चों को इसमें जोड़ रहे हैं। अभी यह कार्य दो शहरों नागपुर व अमरावती में शुरू किया गया है। इस अवसर पर मनीष करंदीकर टेक्निकल एक्सपर्ट आदि उपस्थित थे। 

टीचर्स  को ट्रेंड करेंगे
श्री पांडे ने कहा कि एजुकेशन सिस्टम में भी कुछ खामियां हैं। हम एक्सपर्ट की मदद से टीचर्स को भी ट्रेंड करेंगे। बच्चे विज्ञान में रुचि लेते हैं, परंतु सही दिशा नहीं मिलने से उनकी रुचि विज्ञान में कम हो जाती है।  हम चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा बच्चे विज्ञान से जुड़ें। छोटे-छोटे बच्चे प्रदर्शनी में शामिल हो सकें। यह कार्य तहसील, और शहरी लेवल पर होगा। फिर स्टेट लेवल उसके बाद नेशनल लेवल पर किया जाएगा। पिछले वर्ष महाराष्ट्र से 30 प्रोजेक्ट शामिल थे और विदर्भ से सिर्फ 2 प्राेजेक्ट रहे। इससे पता चलता है कि विज्ञान को लेकर जागरूकता नहीं है। इसलिए हम 27 जुलाई से ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। इसके लिए दो बुकलेट भी जारी की गई है। 

दिव्यांगों के लिए प्रोविजन
दिव्यांगों के लिए प्रोविजन भी हैं। यंग साइसंटिस्ट के लिए पुरस्कार भी दिए जाएंगे। हेमंत ने बताया कि हमें कोई भी एप्रोच कर सकता है। ओरंटिएशन कार्यक्रम में शिक्षकों को थीम दी जाएगी। शिक्षकों के जरिए बच्चे ज्यादा से ज्यादा शामिल हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि हर स्कूल और तहसील में प्राेजेक्ट नेटवर्क होना चाहिए। हम इसके लिए ई-मेल ग्रुप, वाट्सअप ग्रुप बनाएंगे। हमारे इन भावी वैज्ञानिकों पर निर्भर करता है कि भविष्य की दुनिया कैसी होगी। किसी भी देश और समाज के विकास के लिए विज्ञान जरूरी है। इसी को ध्यान में रखते हुए हम विज्ञान को बच्चों तक पहुंचा रहे हैं।

जापान जाने का मौका मिलता है
डॉ. राजकुमार अवसरे ने कहा कि राज्य विज्ञान शिक्षण संस्था विज्ञान प्रदर्शनी, विज्ञान मेला, राष्ट्रीय नाट्योत्सव, इंस्पाय अवार्ड का आयोजन किया जाता है। साइंस सेमिनार व सकूरा एक्सचेंज कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है। इसमें 13 विद्यार्थियों को जापान जाने का मौका मिलता है। इस अवसर पर प्रयोगवान संस्था की तृप्ति पाटील, सदस्य प्रयोगवान जगन्नाथ राठौड़ मौजूद थे। नेशनल चिल्ड्रंस सांइस कांग्रेस 10 से 17 वर्ष के बच्चों को एक्टिविटी लर्निंग शिक्षण से रुबरू करवाता है। अब नागपुर में नेशनल चिल्ड्रंस सांइस कांग्रेस व प्रयोगवान संस्था मिलकर विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुझान पैदा करने और उसे एक्जीक्यूट करने में मदद करेंगे।


 

Created On :   28 Jun 2018 11:33 AM IST

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