- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- तलवार की कीमत धार से और इंसान की...
तलवार की कीमत धार से और इंसान की कीमत सद्व्यवहार से
डिजिटल डेस्क, नागपुर | राष्ट्रसंत ललितप्रभ सागर जी महाराज ने कहा कि जीवन ऐसे जियो कि जहां रहो, सब आपको प्यार करें, जहां से आप जाओ पीछे सब आपको याद करें और आप जहां जा रहे हो, वहां पर सब आपका इंतजार करें। या तो हम 100 किताबें लिख कर जाएं कि हमारे जाने के बाद भी यह दुनिया उन्हें पढ़कर जीना सीख सके या फिर ऐसा जीवन जीकर जाएं कि हम पर 100 किताबें लिखी जा सके। उन्होंने कहा कि तलवार की कीमत होती है धार से, पर अच्छे इंसान की कीमत होती है सद्व्यवहार से। सद् व्यवहार करने वाला कभी नहीं मरता, क्योंकि वह लोगों के दिलों में युगों-युगों तक जीवित रहता है। संतप्रवर शनिवार को कोराडी के लिवरेज ग्रीन्स में आयोजित प्रवचन कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं को ‘हमारा सद्व्यवहार कर सकता है चमत्कार’ विषय पर संबोधित कर रहे थे। इस दौरान कोराडी पहुंचने पर श्रद्धालुओं ने गुरुजनों का भक्ति भाव से स्वागत किया। स्वागत कार्यक्रम में श्री अजितनाथ जैन श्वेतांबर मंदिर ट्रस्ट और अरिहंत ग्रुप के अनेक सदस्य उपस्थित थे।
अच्छी संगति सद्गति का कारण
इससे पूर्व डाॅ. मुनि शांतिप्रिय सागर ने कहा कि अच्छी संगति जहां सद्गति का कारण है, वहीं बुरी संगति दुर्गति का कारण है। हम जितना ध्यान पत्नी का चयन करने में रखते हैं, उतना ही ध्यान हमें संगति का चुनाव करने में भी रखना चाहिए, क्योंकि पत्नी गलत निकल गई तो इस जिंदगी को खराब करेगी पर संगति गलत हो गई तो हमारा जीवन बिगड़ जाएगा और इस भव के साथ आने वाले भव भी बेकार हो जाएंगे।
Created On :   12 Jun 2022 3:46 PM IST