प्रधानमंत्री मोदी ने 8वीं वंदे भारत ट्रेन को दिखाई हरी झंडी, कहा- नए भारत के संकल्पों और सामर्थ्य का प्रतीक है वंदे भारत

Prime Minister Modi flagged off the 8th Vande Bharat train
प्रधानमंत्री मोदी ने 8वीं वंदे भारत ट्रेन को दिखाई हरी झंडी, कहा- नए भारत के संकल्पों और सामर्थ्य का प्रतीक है वंदे भारत
सिकंदराबाद प्रधानमंत्री मोदी ने 8वीं वंदे भारत ट्रेन को दिखाई हरी झंडी, कहा- नए भारत के संकल्पों और सामर्थ्य का प्रतीक है वंदे भारत

डिजिटल डेस्क, सिकंदराबाद, अजीत कुमार। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को मकर संक्रांति पर तेलंगाना और आन्ध्रप्रदेश को वंदे भारत ट्रेन की सौगात दी। प्रधानमंत्री ने सिकंदराबाद को विशाखापत्तनम से जोड़ने वाली वंदे भारत ट्रेन को वर्चुअली हरी झंडी दिखाई। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह ट्रेन तेलंगाना और आन्ध्रप्रदेश की साझी संस्कृति और विरासत को जोड़ने वाली है। उन्होंने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस से श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बहुत लाभ होगा। 

देश की 8वीं वंदे भारत ट्रेन को रवाना करते हुए मोदी ने कहा कि यह ट्रेन नए भारत के संकल्पों और सामर्थ्य का प्रतीक है। ये उस भारत का प्रतीक है, जो तेज बदलाव के रास्ते पर है। ऐसा भारत जो अपने सपनों और आकांक्षाओं को लेकर अधीर है। ऐसा भारत जो तेजी से चलकर अपने लक्ष्यों तक पहुंचना चाहता है। कार्यक्रम में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, केन्द्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी और तेलंगाना के राज्यपाल टी सौंदर्यराजन प्रमुखता से मौजूद थे। 

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है वंदे भारत : वैष्णव

इस अवसर पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वंदे भारत अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। उन्होंने कहा कि यह प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का विषय है कि इसे स्वदेशी तकनीकी से विकसित किया गया है। वैष्णव ने कहा कि वंदे भारत 52 सेकंड में शून्य से 100 किलोमीटर की दूरी तय कर सकती है, जबकि दुनिया की अन्य ट्रेनें 54 से 60 सेकंड का समय लेती हैं। उन्होंने कहा कि सिकंदराबाद से चलने वाली यह ट्रेन दो तेलुग भाषी राज्यों के लोगों को जोड़ेगी और दोनों राज्यों के बड़े शहरों के बीच संपर्क स्थापित करने का काम करेगी। रेल मंत्री ने कहा कि रेल परियोजनाओं के विकास के लिए तेलंगाना को साढ़े तीन हजार करोड़ रूपये दिए गए हैं। केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस से इस क्षेत्र के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस ट्रेन से आमलोगों के अलावा व्यापारियों को भी फायदा होगा। 

साढ़े 8 घंटे में सिकंदराबाद से विशाखापत्तनम 

साउथ सेंट्रल रेलवे के सीपीआरओ राकेश कुमार ने कहा कि सिकंदराबाद से विशाखापत्तनम को जोड़ने वाली पूर्ण रूप से स्वदेशी सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन दोनों तेलुगु राज्यों के लोगों के लिए एक नया अनुभव है। दक्षिण मध्य और पूर्व तटीय रेलवे में यह ट्रेन पहली बार दौड़ी। उन्होंने बताया कि सिकंदराबाद से विशाखापत्तनम के बीच लगभग 700 किलोमीटर की दूरी वंदे भारत ट्रेन साढ़े आठ घंटे में तय करेगी। दूसरी ट्रेनें इसी दूरी को तय करने में साढ़े 12 घंटे तक का समय लेती हैं। यह ट्रेन बीच में राजमुंद्री, विजयवाड़ा, खम्मम और वारंगल में रूकेगी। श्री कुमार ने बताया कि तेलंगाना और आन्ध्रप्रदेश दोनों तेलुगु राज्यों के लिए यह एक विशेष अवसर है। इस ट्रेन के प्रति रास्ते में भी लोगों का जबर्दस्त उत्साह दिखा। ट्रेन की एक झलक देखने और इस पल को अपने कैमरे में कैद करने के लिए बीच के स्टेशनों पर लोगों का हुजूम जमा था। हाथों में तिरंगा झंडा लिए लोग भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे। 

वंदे भारत की यह है खासियत

वंदे भारत पूरी तरह भारत में निर्मित है और आधुनिक सुविधाओं से युक्त देश की सबसे तेज दौड़ने वाली ट्रेन है। यह 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार महज 52 सेकंड में हासिल कर लेती है और इसकी क्षमता 180 किलोमीटर प्रति घंटे चलने की है। गाड़ी ‘कवच’ से लैस है, जो अत्यधिक विश्वसनीयता वाली स्वदेशी रूप से विकसित गाड़ी टक्कर निवारण प्रणाली है। इसकी ब्रेकिंग प्रणाली इलेक्ट्रो न्यूमटिक है, जिसके अंतर्गत डिस्क ब्रेक सीधे ह्वील डिस्क पर लगे होते हैं। ट्रेन सेट के दोनों सिरों का डिजाइन एरोडाइनिमिक है, जो हवा के ड्रैग को बहुत कम करता है और गाड़ी को नयापन देता है। 

180 डिग्री तक घूमती है सीटें

वंदे भारत की एग्जीक्यूटिव कोच में 180 डिग्री घूमने वाली सीटें हैं। सभी कोच पूरी तरह से सील किए गए गैंगवे से जुड़े हुए हैं। गाड़ी में आपातकालीन अलार्म बटन और आपातकालीन टॉक-बैक यूनिट प्रदान किए गए हैं ताकि आवश्यकता पड़ने पर यात्री चालक दल से बात कर सकें। इसकी बॉडी स्टेनलेस स्टील की है तथा इसमें 1128 यात्रियों के बैठने की क्षमता है। 

 

Created On :   15 Jan 2023 8:00 PM IST

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