- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- शरद पवार ने कहा - केंद्र सरकार ने...
Mumbai News: शरद पवार ने कहा - केंद्र सरकार ने किसानों के लिए कभी अच्छे फैसले नहीं लिए

- सत्ता में बैठे लोग किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं
- केंद्र सरकार ने किसानों के लिए कभी अच्छे फैसले नहीं लिए
Mumbai News. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का छत्रपति शिवाजी महाराज वाला विज्ञापन लगातार विपक्ष के निशाने पर रहा है। विपक्ष के नेताओं की टिप्पणी के बाद अब राकांपा (शरद) अध्यक्ष शरद पवार ने फडणवीस के विज्ञापन पर सवाल उठाते हुए कहा है कि सरकार विज्ञापन देने में व्यस्त है लेकिन किसानों की समस्याओं और उनकी फसलों को सही कीमत नहीं मिलने का मुद्दा कोई नहीं उठा रहा है। पवार ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने कभी भी किसानों के लिए अच्छे फैसले नहीं लिए हैं। इसकी वजह से किसानों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। पवार ने कहा कि हमारी पार्टी ने किसानों को हक दिलाने के लिए आंदोलन करने का फैसला किया है।
पवार ने क्या कहा?
शरद पवार ने नाशिक में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि आज केंद्र सरकार किसानों की अनदेखी कर रही है। किसानों की फसलों का कोई मूल्य नहीं मिल रहा है। यहां तक की प्याज के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगाया हुआ है। पवार ने कहा कि आज केंद्र की सत्ता में बैठे लोग किसानों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं हैं। इसलिए हमने किसान संगठनों और किसानों को प्रभावी बनाने का फैसला किया है। पवार ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। लेकिन अगर हम अमेरिका से कृषि संबंधी सामान लेना शुरू कर देंगे तो किसान संकट में पड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में पिछले कुछ महीनों में 1 हजार 183 किसान आत्महत्या कर चुके हैं, जिसमें विदर्भ के किसानों की संख्या ज्यादा है, लेकिन राज्य सरकार सिर्फ मूकदर्शक बनकर बैठी हुई है।
पवार ने कहा कि इस समय पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश संकट में हैं। हमारे श्रीलंका के साथ भी अच्छे संबंध नहीं हैं। ऐसे में अब हमें अपनी विदेश नीति सुधारने की जरूरत है। पवार ने एक पुराना किस्सा बताते हुए कहा कि एक बार जवाहरलाल नेहरू ने यशवंतराव चव्हाण को दिल्ली बुलाकर कहा था कि अगर भारत को बचाना है तो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को दिल्ली बुलाना चाहिए। उस समय जैसे ही चव्हाण ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की शपथ ली तो चीन ने रात में ही अपने सैनिकों को वापस बुलाना शुरू कर दिया। दरअसल उस समय चीन के साथ भारत की तनातनी चल रही थी।
Created On :   14 Sept 2025 9:04 PM IST