2 पर मामला दर्ज- नॉन स्टॉप बसों में प्राइवेट कंडक्टर मुफ्त यात्रा का टिकट देकर वसूल रहे थे रकम

Private conductors were charging money by giving free travel tickets in non-stop buses
2 पर मामला दर्ज- नॉन स्टॉप बसों में प्राइवेट कंडक्टर मुफ्त यात्रा का टिकट देकर वसूल रहे थे रकम
एसटी में टिकट घोटाला 2 पर मामला दर्ज- नॉन स्टॉप बसों में प्राइवेट कंडक्टर मुफ्त यात्रा का टिकट देकर वसूल रहे थे रकम

डिजिटल डेस्क, नागपुर. एसटी महामंडल की नॉन स्टॉप चलने वाली बसों में टिकट घोटाला सामने आया है। यह टिकट घोटाला वरिष्ठ नागरिकों और अन्य योजनाओं के तहत मिलने वाले नि:शुल्क टिकट के नाम पर स्पॉट बुकिंग कर ठेका कर्मचारियों (प्राइवेट कंडक्टर) द्वारा किया गया है। इस तरह के टिकट यात्रियों को देकर उनसे पैसे वसूले गए हैं। इसका खुलासा एसटी महामंडल के टिकट चेकिंग स्टॉफ ने बसों में टिकट चेक करने के दौरान किया है। जिन यात्रियों के पास इस तरह के टिकट मिले हैं, उनके पास टिकट का लाभ लेने संबंधित किसी प्रकार के दस्तावेज नहीं मिले। यह घोटाला लाखों रुपए में होने की बात कही जा रही है। ठेका कर्मचारियों के खिलाफ मौदा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।

स्पॉट बुकिंग होती है
एसटी महामंडल की कई ऐसी बसें हैं, जो नॉन स्टॉप चलती हैं। इन बसों में कंडेक्टर नहीं होते हैं। इसमें नागपुर से अमरावती व नागपुर से भंडारा चलने वाली बसें शामिल हैं। यह बसें गणेशपेठ डिपो से निकलने के बाद पारडी पुल व रविनगर बस स्टॉपेज पर यात्रियों को बैठाती हैं। यहां ठेके पर नियुक्त प्राइवेड कंडक्टर स्पॉट बुकिंग कर यात्रियों को टिकट देते हैं। हाल ही में नागपुर-भंडारा चलने वाली नॉन स्टॉप बस में इस घोटाले का खुलासा हुआ है।

जब इस बस को मौदा में रोक कर एसटी के टिकट चेकिंग स्टॉफ ने टिकटों की जांच की तो पाया गया कि बस में अधिकांश यात्री जो टिकट लेकर बैठे हैं, वे सभी टिकट वरिष्ठ नागरिकों और अन्य योजनाओं के तहत यात्रियों को मिलने वाले मुफ्त यात्रा के टिकट हैं। जब टिकट चेकिंग स्टॉफ ने यात्रियों से फ्री टिकट से संबंधित दस्तावेज मांगे, तो किसी के पास कोई दस्तावेज नहीं थे। यात्रियों ने बताया कि वे पैसे देकर टिकट खरीदे हैं। उन्हें नहीं मालूम कि यह वरिष्ठ नागरिकों आदि को मिलने वाले मुफ्त यात्रा के टिकट हैं। सूत्रों के अनुसार इस तरह के टिकट बेचकर ठेका कर्मचारी अपनी जेब भरते हैं और विभाग को चूना लगाते हैं।

महीनों से कालाबाजारी होने की आशंका
टिकट घोटाला सामने आने के बाद टिकट चेकिंग स्टॉफ द्वारा तुरंत घटना के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दी गई, जिसके बाद संबंधित स्पॉट बुकिंग करने वाले कंडक्टरों के खिलाफ मौदा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया गया। यह कंडक्टर एसटी महामंडल के कर्मचारी नहीं हैं, बल्कि इन्हें स्पॉट बुकिंग के लिए ठेका दिया गया था। सूत्रों की मानें तो टिकटों की यह कालाबाजारी महीनों से चलने की आशंका है। ऐसे में एसटी को लाखों रुपए चूना लगने की बात से इनकार नहीं किया जा सकता है।

मामले की जानकारी मिली है

एस. एदमाने, विभाग नियंत्रक, एसटी महामंडल के मुताबिक नॉन स्टॉप बसों में कुछ यात्रियों को मुफ्त यात्रा वाले टिकट देकर पैसे लेने का मामला सामने आया है। इस मामले में दो प्राइवेट कंडक्टरों पर कार्रवाई की गई है। यह मामला कब से शुरू था, इसकी जांच की जा रही है।


 

Created On :   8 Oct 2022 6:31 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story