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खेती से कमाई : मिठाई के लिए कद्दू और चिप्स का आलू उगा रहे किसान

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। जिले के किसान कद्दू और आलू की खेती में खास रुचि दिखा रहे हैं। आलू व कद्दू का उपयोग आमतौर पर सब्जी-तरकारी के लिए होता है। जिले के किसान सब्जी व तरकारी से आगे की सोच के साथ आलू व कद्दू उगा रहे हैं। वे भूरा कद्दू से पेठा व मिठाई और आलू सिर्फ चिप्स बनाने के लिए उगा रहे हैं। इसके लिए लोकल बाजार पर निर्भर न होकर किसानों ने खुद ही बड़ी कंपनियों से अनुबंध कर लिया है। कद्दू उगाने वालों को हल्दीराम फूड नेटवर्क का साथ मिल गया है तो आलू उगाने वाले किसानों ने पेप्सीको और सिद्धीविनायक कंपनी का दामन थाम लिया है। कंपनियां किसानों को बकायदा बीज उपलब्ध करा रही हैं। साथ ही फसल आने पर खरीदी का भरोसा भी दिला रही है।
40 किसानों ने 75 एकड़ में उगाया कद्दू
कचराम और रिधोरा के 40 किसानों ने इस बार 75 एकड़ में भूरा कद्दू उगाया है। अब किसानों की संख्या बढ़कर 100 और रकबा 150 एकड़ हो गया है। प्रति एकड़ लागत 24 हजार रुपए। उत्पादन 15 से 18 टन और लागत घटाकर औसत लाभ 1 लाख 26 हजार है।
45 हजार खर्च में एक लाख का आलू उगाया
सिर्फ चिप्स के लिए आलू उगा रहे रिधोरा के किसानों को एक एकड़ में 45 हजार रुपए का खर्च आया। जबकि महज ढाई माह में एक एकड़ की उपज कंपनियों को एक लाख रुपए तक में बेची है। परासिया क्षेत्र के 150 किसानों ने अनुबंधित खेती के तहत 528 एकड़ में आलू लगाया है। मोहखेड़ और छिंदवाड़ा विकासखंड के लगभग 35 किसानों ने भी 250 एकड़ से अधिक रकबे में आलू की अनुबंधित खेती की है।
फसल के लिए जरूरी
काशी धवल (भूरा कद्दू) की फसल का गर्म जलवायु में अच्छा उत्पादन होता है। भूरा कददू के लिए दोमट काली मिट्टी उपयुक्त मानी जाती है।
अनुबंध ऐसा: हल्दीराम फूड नेटवर्क के वेंडर पूर्णेंद्र पवार के मुताबिक भूरा कद्दू लगाने के इच्छुक किसान किस महीने में उपज दे सकता है, इसके लिए करार करना होता है। कंपनी बीज मुहैया कराने के साथ ही बेहतर उत्पादन का तरीका भी किसानों को बताती है।
इनका कहना है
कद्दूवर्गीय फसल में यह किस्म भूरा कुमड़ा के नाम से जानी जाती है। कंपनियां इसका उपयोग पेठा व अन्य मिठाइयों में पेस्ट के रूप में करती हैं। कम लागत में किसान बेहतर लाभ ले रहे हैं। ड्रिप सिंचाई और प्लास्टिक मल्चिंग का उपयोग कर किसान अच्छा उत्पादन कर रहे हैं।
- सालिगराम चौकसे, वरिष्ठ उद्यानिकी विकास अधिकारी, परासिया
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Created On :   2 Jan 2018 1:14 PM IST