सुरक्षा को सेंध: बाल निरीक्षण गृह से फिर सात बच्चे भागे

Question of safety: 7 children fled from child inspection house
सुरक्षा को सेंध: बाल निरीक्षण गृह से फिर सात बच्चे भागे
सुरक्षा को सेंध: बाल निरीक्षण गृह से फिर सात बच्चे भागे

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जरीपटका थानांतर्गत पाटणकर चौक स्थित शासकीय बाल निरीक्षण गृह से फिर 7 बच्चे भाग गए हैं। ये बच्चे स्कूल भेजे गए थे। वहां से गायब हुए हैं। इनके गायब होने की खबर मिलते ही बाल निरीक्षण गृह के अधिकारियों, कर्मचारियों के हाथ-पांव फूल गए हैं। इसके पहले भी यहां से बच्चे कई बार गायब हो चुके हैं। इस बार भागे बच्चों की खोजबीन फिर जरीपटका पुलिस कर रही है। इस शासकीय बाल निरीक्षण गृह से बच्चों का बार-बार पलायन होने की बात को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। निरीक्षण गृह से बच्चाें के गायब होने की इस वर्ष की यह पहली घटना है।

भागने का रहस्य बरकरार
बाल निरीक्षण गृह से कई बार बच्चे भाग जाते हैं। इसके पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। चर्चा है कि उनके साथ उचित व्यवहार नहीं हो पाता है, भोजन की कमी भी हो सकती है, क्योंकि यहां पर भोजन बाहर से मंगाया जाता है। बाल निरीक्षण गृह को लाखों रुपए की निधि मिलती है। उसके बाद भी यहां के बच्चों के लिए बाहर से भोजन मंगाया जाता है। इसके पहले यहां पर रसोइया का काम कर्मचारी करता था। वह सुरक्षा रक्षक बना दिया गया है। चर्चा यह भी है कि इस निरीक्षण गृह में उचित सुविधा नहीं होने के कारण भी यहां के बच्चे पलायन कर जाते हैं। 

21 बच्चे पहले भी भागे थे
उल्लेखनीय यह है कि नागपुर के इस शासकीय निरीक्षण गृह से गत 25 अप्रैल को 21 बच्चे भाग गए थे। उस समय बताया गया था कि ये बच्चे निरीक्षण गृह के एक कर्मचारी की आंखों में मिरची पावडर झोंक कर फरार हो गए थे। उसके बाद भी दोबारा कुछ बच्चे भागे थे। सूत्रों के अनुसार गत शनिवार को सुबह करीब 9 बजे के दरमियान बेनामी, राजाराम, कार्तिक, शहीद, मोहम्मद नियाज, परमेश्वर, प्रशांत निवासी शासकीय मुलांचे निरीक्षण गृह पाटणकर चौक से समता विद्यालय शेंडे नगर कामठी रोड पर पढ़ने भेजे गए थे। सभी बच्चे स्कूल में गए थे, लेकिन क्लास से बंक मार दिए। स्कूल छूटने के पहले ही बच्चे स्कूल से गायब हो गए। जब देर शाम तक वापस निरीक्षण गृह में नहीं गए, तब निरीक्षण गृह के अधिकारी, कर्मचारी परेशान हो गए।

इन बच्चों के बारे में जब स्कूल प्रबंधन से पूछताछ की गई, तब बताया गया कि ये बच्चे स्कूल आए थे, वह स्कूल छूटने के पहले ही गायब हो गए। स्कूल के शिक्षक और निरीक्षण गृह के कर्मचारियों ने उनकी खोजबीन की, लेकिन उनका कुछ पता नहीं चल पाया। तब निरीक्षण गृह की अधीक्षक नम्रता राजू चौधरी (52) ने जरीपटका थाने में शिकायत की। शासकीय निरीक्षण गृह की अधीक्षका की शिकायत और सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार जरीपटका पुलिस ने धारा 363 के अनुसार मामला दर्ज किया है। 
 

 

 

Created On :   21 Jan 2019 1:56 PM IST

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