रेलवे बचाएगी बिजली सोलर लाइट पावर का करेगी इस्तेमाल

Railway is planning to save the electricity and use solar power
रेलवे बचाएगी बिजली सोलर लाइट पावर का करेगी इस्तेमाल
रेलवे बचाएगी बिजली सोलर लाइट पावर का करेगी इस्तेमाल

डिजिटल डेस्क,नागपुर। बिजली बचाने व सौर ऊर्जा का उपयोग करने के लिए सरकार के बढ़ रहे कदम सार्थक होते दिख रहे हैं, क्योंकि अब रेलवे भी ज्यादा से ज्यादा बिजली बचाने की दिशा में आगे बढ़ी है। इसके लिए नई-नई तकनीक का सहारा भी लिया जा रहा है। रेलवे सौर ऊर्जा का उपयोग करने के बाद अब ‘सोलर लाइट पाइप’ की ओर कदम बढ़ा रही है। इसका पहला प्रयोग PRS में किया जाएगा, उसके बाद प्रतीक्षालय, बेस किचन व रेस्त्रां व अन्य कार्यालयों में होगा। यहां दिन में इन लाइटों से उजाला किया जाएगा। इससे दिन में बिजली की जरूरत नहीं पड़ेगी और लाखों रुपए की बिजली बचेगी। शाम के बाद ही विद्युत लाइटों की आवश्यकता रहेगी। बाद में यही सिस्टम रेलवे अधिकारियों की केबिन में भी लगाए जाएंगे।

PRS के कोनों में लगाएंगे लाइटें
उल्लेखनीय है कि मध्य रेलवे नागपुर मंडल अंतर्गत नागपुर रेलवे स्टेशन पर बने पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (PRS) में कुल 8 टिकट काउंटर हैं। जहां रोजाना बड़ी संख्या में यात्री आकर टिकटें बनवाते हैं। यह हॉल काफी बड़ा होने से दिन में भी यहां दर्जनों लाइटें जलती रहती हैं, जिससे विद्युत खपत होती रहती है। इससे बचने के लिए रेलवे के विद्युत विभाग ने नई तकनीक का सहारा लिया है। यहां सोलर लाइट पाइप लगाने का निर्णय लिया है। चार कोनों में चार लाइटें लगाने से भरपूर उजाला मिलेगा। इससे बिजली पर चलने वाली लाइटों की शाम होने तक जरूरत नहीं पड़ेगी। इसमें सफल होने के बाद तेजी से रेलवे के DRM कार्यालय के अधिकारियों की केबिन व रेलवे के अन्य कार्यालयों में भी इसे लगाया जाएगा।

इमोशनल संदेश से बचा रहे बिजली
DRM के मार्गदर्शन में रेलवे के बिजली विभाग की ओर से कई तरह की नई-नई तरकीब से बिजली बचाई जा रही है, जिसमें इमोशनल मैसेज का भी सामावेश है। संदेश में मंडल की ओर से कई ऐसे पोस्टर बनाए गए हैं, जिसमें 17 हजार गांवों का जिक्र करते हुए लालटेन की रोशनी में बच्चे पढ़ते दिखाए हैं। इसके अलावा मुख्य अधिकारी द्वारा मंडल में जहां ज्यादा बिजली खर्च हो रही है, वहां जाकर बिजली का महत्व समझाया जा रहा है। यही नहीं स्टेशन से लेकर अन्य सभी कार्यालय, शेड आदि में बिजली बचाने वाले मॉनीटर लगाए गए हैं, जो बिजली बचा रहे हैं।



सौर ऊर्जा से हुई करोड़ों की बचत
आंकड़ों की बात करें, तो अप्रैल माह में गर्मी के कारण बहुत ज्यादा बिजली खर्च होती है, लेकिन इस बार सोलर पैनल का उपयोग करते हुए सौर ऊर्जा से काफी बिजली बचाई गई है। वर्ष 2016 में 25.43 लाख यूनिट बिजली खर्च हुई थी, जबकि 2017 में 18.63 लाख यूनिट खर्च हुई थी।  लेकिन 2018 इस बार 17.5 लाख यूनिट ही खर्च हुए हैं। जिससे करोड़ों रुपए की बचत हुई है।

बिजली बचाने का कर रहे प्रयास
बिजली बचाने को लेकर हमारी ओर से हर सफल प्रयास किया जा रहा है, जिसमें अब PRS में सोलर लाइट पाइप का सहारा लिया जाने वाला है। 
(नामदेव रबडे, वरिष्ठ मंडल विद्युत अभियंता (सा.) मध्य रेलवे नागपुर)

Created On :   13 Jun 2018 12:41 PM IST

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