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जैसे को तैसा जवाब देंगे
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लेकर केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के वक्तव्य की राज्य के उच्च व तकनीकी शिक्षामंत्री उदय सामंत ने आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि शिवसेना ‘जैसे को तैसा’ जवाब देगी। राणे के वक्तव्य से शिवसेना नाराज है। पुलिस ने राणे को गिरफ्तार भी किया था। शनिवार को मॉरिस कॉलेज में पत्रकारों से चर्चा में सामंत ने कहा कि अन्य केंद्रीय मंत्रियों ने भी जन आशीर्वाद यात्रा निकाली, लेकिन कहीं विवाद नहीं हुआ। राणे ध्यान खींचने के लिए जान-बूझकर विवादित वक्तव्य दे रहे हैं। वे शिवसेना में रहे हैं। उन्हें शिवसेना का स्वभाव मालूम है। शिवसेना ‘जैसे को तैसा’ जवाब देती है। उद्धव ठाकरे के विरोध में इस तरह के वक्तव्यों को सहन नहीं किया जाएगा। मुंबई में राणे के घर के सामने युवा सेना के पदाधिकारियों ने ‘भावना’ व्यक्त की है।
नेताओं में चर्चा, गलत नहीं
उद्धव ठाकरे व फडणवीस के बीच बंद द्वार चर्चा के बारे में सामंत ने कहा कि राज्य के हित में इस तरह की मुलाकात अनुचित नहीं है। शिवसेना भाजपा के बीच गठबंधन की संभावना के सवाल पर उन्होंने कहा कि शिवसेना प्रमुख के तौर पर उद्धव ठाकरे जो भी निर्णय लेंगे, वह शिवसेना कार्यकर्ताओं के लिए बंधनकारी होगा।
मराठी विद्यापीठ स्थापित करने समिति का गठन : उदय सामंत
उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत ने कहा कि महाराष्ट्र में मराठी विद्यापीठ नागरिकों की इच्छा है। उसे पूरा करने के लिए समिति गठित करने के निर्देश दिए गए हैं। आने वाले 8-10 दिन में समिति का गठन होगा। समिति की िरपोर्ट आने के बाद मराठी विद्यापीठ स्थापन करने की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। ‘कवि कालिदास संस्कृत साधना पुरस्कार’ वितरण समारोह के बाद रामटेक से लौटे सामंत ने शनिवार को नागपुर में मॉरिस कॉलेज में पत्र परिषद को संबोधित किया।
अंतर विद्यापीठ संस्कृत वक्तृत्व स्पर्धा का निर्णय
मंत्री सामंत ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में संस्कृत बोलचाल की भाषा है। संस्कृत के विद्यार्थियों की संस्कृत बोलचाल की भाषा होनी चाहिए। उसे बढ़ावा देने के लिए संस्कृत भाषा में अंतर विद्यापीठ स्तर पर श्रीकांत जिचकार वक्तृत्व स्पर्धा लेने का निर्णय लिया गया। महाराष्ट्र के 13 विद्यापीठों से एक-एक स्पर्धक चुना जाएगा। स्पर्धा की अंतिम फेरी में उन्हें सहभागी किया जाएगा। उनमें से 3 विजेता का चयन किया जाएगा। प्रथम विजेता को 51 हजार रुपए, द्वितीय को 31 हजार रुपए और तृतीय को 15 हजार रुपए नकद पुरस्कार, प्रशास्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा।
कॉलेज शुरू करने से पहले वैक्सीनेशन का जायजा
कॉलेज शुरू करने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कॉलेज स्टाफ और विद्यार्थियों के वैक्सीजनेशन का जायजा लिया जाएगा। अनेक कॉलेज तथा होस्टल कोविड केयर सेंटर बनाए गए थे। उसमें से कितने कॉलेज, होस्टल खाली हुए हैं, उसकी जानकारी ली लाएगी। नीति अायोग ने अक्टूबर महीने में कोविड की तीसरी लहर आने के संकेत दिए हैं। कॉलेज शुरू करने की सरकार की इच्छा है, लेकिन विद्यार्थी संक्रमण की चपेट में न आएं, यह सावधानी बरतनी जरूरी है। मौजूदा हालात को देखते हुए उचित निर्णय लिया जाएगा।
शैक्षणिक संस्थानों का होगा विकास
सामंत ने कहा कि इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, फोरेंसिक साइंस और मॉरिस कॉलेज शहर के बड़े शैक्षणिक संस्थान हैं। इन संस्थानों के विकास के लिए डीपीडीसी से निधि उपलब्ध कराई जाएगी। कवि कालिदास संस्कृत विद्यापीठ के पास जगह की कमी है। उसे पूरा करने के लिए जमीन खोजकर आवश्यक कार्यवाही करने के जिलाधिकारी को निर्देश दिए गए हैं।
कॉलेजों में पद भर्ती जल्द
सावंत ने कहा कि कॉलेजों में प्राध्यापकों के रिक्त पद भरने पर सरकार का रुख सकारात्मक है। वित्त विभाग के पास प्रस्ताव मंजूरी के लिए भेजा गया था, लेकिन कोविड के संकट में आर्थिक तंगी के चलते प्रक्रिया लड़खड़ा गई। इस विषय पर वित्त विभाग के साथ दो बैठकें हो चुकी हैं। जल्द ही इस विषय पर निर्णय लिया जाएगा।
शुल्क माफी के ‘नागपुर पैटर्न’ पर अमल
कोविड से मृत लोगों के बच्चों का नागपुर विद्यापीठ ने शुल्क माफ किया है। नागपुर पैटर्न को संपूर्ण राज्य में अमल में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोविड से आर्थिक संकट में फंसे अभियांत्रिकी विद्यार्थियों की शासकीय महाविद्यालयों में 16 हजार रुपए फीस कम की गई है। अन्य पाठ्यक्रम की लगभग 50 प्रतिशत फीस घटाकर राहत दी गई है। सरकारी शैक्षणिक संस्थानों की तर्ज पर निजी संस्थानों से अमल की अपेक्षा है। पत्र परिषद में विधायक अभिजीत वंजारी उपस्थित थे।
Created On :   29 Aug 2021 3:47 PM IST