जहर पीकर थाने पहुंचा दुष्कर्म का आरोपी, अस्पताल लेकर पहुंची पुलिस

Rape accused arrives Police station after consuming deadly poison
जहर पीकर थाने पहुंचा दुष्कर्म का आरोपी, अस्पताल लेकर पहुंची पुलिस
जहर पीकर थाने पहुंचा दुष्कर्म का आरोपी, अस्पताल लेकर पहुंची पुलिस

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। नाबालिग से दुष्कर्म का एक आरोपी युवक मंगलवार शाम जहर पीकर थाने पहुंचा। युवक जब थाना के अंदर उल्टियां करने लगा तो पुलिस ने आनन-फानन उसे अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक इलाज के बाद चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया है।

नाबालिग से दुष्कर्म की हुई थी शिकायत
दमुआ टीआई अनिल शर्मा ने बताया कि मंगलवार को एक नाबालिग दुष्कर्म की शिकायत लेकर परिजनों के साथ थाने पहुंची थी। शिकायत पर पुलिस ने आरोपी युवक 21 वर्षीय मुकेश पिता रामदास महलवंशी की जानकारी जुटाने के लिए उसके पिता को थाने ले आई थी। यह पता लगते ही मुकेश शाम करीब 5.30 बजे स्वयं थाने पहुंच गया। पुलिस मुकेश को पकड़कर थाने के भीतर ले ही गई थी कि वह उल्टियां करने लगा। पुलिस ने तुरंत मुकेश को दमुआ अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया। यहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। युवक का जिला अस्पताल में इलाज जारी है। टीआई अनिल शर्मा के मुताबिक पीडि़ता की शिकायत पर पुलिस ने मुकेश के खिलाफ दुष्कर्म और पाक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।

फारेंसिक जांच के लिए देहरादून भेजी जाएगी बाघ की खाल
सतपुड़ा नेशनल पार्क के प्रतिबंधित क्षेत्र में बाघ का शिकार करने वाले शिकारियों की गिरफ्तारी कर कोतवाली पुलिस ने बड़ा खुलासा किया था। इस खुलासे के साथ ही बाघ की खाल पर संदेह गहराने लगा था। खाल की असलियत जांचने पुलिस खाल को देहरादून फारेंसिक लैब भेज रही है। कोतवाली पुलिस टीम आज खाल को लेकर देहरादून के लिए रवाना होगी।
गौरतलब है कि सतपुड़ा नेशनल पार्क और छिंदवाड़ा वनवृत्त के अधिकारियों ने भी जांच के बाद संदेह जाहिर कर खाल को फारेंसिक लैब में टेस्ट कराने की सलाह दी थी। इसके बाद पुलिस अधीक्षक मनोज राय ने खाल की जांच कराने अधिनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए है। कोतवाली टीआई मनीषराज भदौरिया ने बताया कि लैब भेजने से पहले की जाने वाली सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है। बुधवार शाम तक खाल जांच के लिए देहरादून भेज दी जाएगी।

वन अधिकारियों ने भी दी जांच की सलाह
पुलिस टीम द्वारा पकड़ी गई बाघ की खाल की जांच के बाद वन विभाग के अधिकारियों ने भी फारेंसिक लैब से जांच कराने की सलाह दी है। इस संबंध में सीसीएफ केके गुरवानी का कहना है कि सतपुडा नेशनल पार्क के दो और छिंदवाड़ा वनवृत्त के एक एसडीओ द्वारा खाल की जांच की गई थी। खाल पर संदेह होने पर फारेंसिक जांच कराने पुलिस अधीक्षक से कहा गया है।   

 

Created On :   6 Feb 2019 7:58 AM GMT

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