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खुद को पेरेंट्स बता 60 बच्चों को भेजा विदेश,जानिए कैसे होती है मानव तस्करी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। खुद को पेरेंट्स बताकर 60 बच्चों को विदेश भेजने का एक मामला सामने आया है। उत्तर नागपुर क्षेत्र के दस दंपति के खिलाफ पांचपावली थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है। 60 में से कई बच्चे गायब हैं। ब्रिटिश दूतावास से मिली सूचना के आधार पर अपराध शाखा ने पड़ताल शुरू कर दी है। दंपतियों से पूछताछ भी हुई है, लेकिन अभी तक गायब हुए बच्चों के संबंध में कोई जानकारी सामने नहीं आई है। मामला मानव तस्करी अथवा आतंकी गतिविधियों से भी जुड़े होने की आशंका बनी हुई है।
50 से 52 युवक अभी भी गायब
दरअसल 2007 से 2017 के बीच इन दंपतियों ने 18 से 25 वर्ष की आयु के करीब 60 बच्चे नागपुर से इंग्लैंड भेजे हैं। भेजे गए युवाओं का वीजा और पासपोर्ट की समयावधि खत्म होने से भी यह युवा वापस भारत नहीं आए हैं। हालांकि कुछ युवक वापस भी आए हैं। फिर भी 50 से 52 के लगभग युवक अभी भी गायब हैं। इस बीच ब्रिटिश दूतावास ने उनके दिए गए इंग्लैंड के पते पर भी युवाओं की छानबीन की है, लेकिन युवक वहां पर भी नहीं हैं और न ही भारत वापस आए हैं। आखिरकार यह युवक कहां गए यह गंभीर सवाल अभी भी बरकरार है। इस बीच सितंबर, अक्टूबर माह में दिल्ली स्थित ब्रिटिश दूतावास से नागपुर पुलिस आयुक्तालय को पत्र आया है, जिसमें नागपुर से इंग्लैड भेज गए युवाओं के संबंध में छानबीन करने को कहा गया है। अंदेशा है कि इन युुवाओं की तस्करी हुई है या फिर इन्हें किसी आतंकी गतिविधियों से जोड़ा गयाा है।
इन दंपत्तियों पर मामला दर्ज
जिन दंपतियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किए गए हैं, उनमें उत्तर नागपुर क्षेत्र के टेका नाका निवासी राजेंद्र सिंह पटवाल, पत्नी गुरमित कौर पटवाल, रुलडा सिंह गुज्जर पत्नी परमजीत कौर, जनरेल सिंह धोतरा पत्नी सुखविंदर, प्यारा सिंह धोतरा पत्नी जालिंदर सिंह कौर, सत्तविंदर सिंह धोतरा पत्नी परमजीत कौर, मनजीत सिंह पत्नी कुलजीत कौर, निशांत सिंह पत्नी सतवंत कौर, कश्मिर सिंह पत्नी मनजीत कौर, अजित सिंह पत्नी निर्मल कौर और बलविंदर सिंह मुलतानी पत्नी जसविंदर कौर हैं। सोमवार को अपराध शाखा और विशेष शाखा के दस्ते ने उन्हें हिरासत में लेकर घंटों पूछताछ की।
इन दंपतियों ने इतने बच्चे खुद के दर्शाकर भेजे
राजेंद्र सिंह अटवाल और उसकी पत्नी ने 8, रुल्डा सिंह और परमजीत ने सबसे ज्यादा 19, जरनल सिंह और उसकी पत्नी सुखविंदर ने 6, पीयूर सिंह और जालिंदर ने 6, सत्तवीर सिंह और उसकी पत्नी परमजीत ने 2, मनजीत सिंह और उसकी पत्नी कुलजीत ने 3, निशांत सिंह और उसकी पत्नी सत्तवंत ने 3, कश्मिर सिंह और उसकी पत्नी मनजीत ने 2, अजित सिंह और उसकी पत्नी निर्मल कौर ने 4 और बलविंदर सिंह और जसविंदर कौर ने 5 बच्चों को विदेश भेजे हैं।
अमूमन सभी दस्तावेज फर्जी
इंग्लैंड भेजे गए युवाओं के स्कूली दस्तावेजों से लेकर अमूमन सभी दस्तावेज फर्जी होने का भी पता चला है। दरअसल पासपोर्ट और वीजा में जिन स्कूलों में युवाओं के पढ़ने का जिक्र किया गया है, उन स्कूल के रिकार्ड में उन बच्चों का नाम ही नहीं है। जो बच्चे सगे भाई दर्शाए गए हैं, उनमें से कुछ बच्चों की जन्मतिथि में भी मात्र दो से तीन महीने का ही अंतर दर्शाया गया है। यह सब प्रति युवक दो लाख रुपए की कमाई का चक्कर लग रहा है।
{शिवाजी बोडखे, सह पुलिस आयुक्त
Created On :   23 Jan 2018 1:59 PM IST