लॉक डाउन में पलायन करने वालों को राहत -सड़क के आसपास जमाया डेरा 

Relief for migrants in lock-down - camped around the road
लॉक डाउन में पलायन करने वालों को राहत -सड़क के आसपास जमाया डेरा 
लॉक डाउन में पलायन करने वालों को राहत -सड़क के आसपास जमाया डेरा 

डिजिटल डेस्क जबलपुर। कोरोना के महासंकट के चलते जिले में किए गए लॉक डाउन के कारण आसपास के जिलों से आए सैकड़ों गरीब मजदूर अभी भी यहाँ फँसे हैं और उनके सामने रोजी रोटी का संकट है, जिसके कारण वे वापस अपने घरोंं को लौटना चाहते हैं। ऐसे लोगों को पुलिस द्वारा समझाइश देकर उनकी रोजमर्रा की सामग्री व भोजन आदि का इंतजाम कराया जा रहा है। उन्हें भरोसा दिलाया जा रहा है कि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी और जो जहाँ है वहीं ठहरे और इस संकट का धैर्य से सामना कर शासन-प्रशासन का  सहयोग करे। सूत्रों के अनुसार कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए शुरूआती दौर में 20 मार्च को  किए गए लॉक डाउन के दौरान जिले से अधिकांश गरीब मजदूर अपने घरों को लौट गए थे। कुछ मजदूरों ने शहर की ओर रुख कर लिया था। यहाँ अब उनके पास कोई काम नहीं होने के कारण आर्थिक संकट है और भोजन पानी की परेशानी के चलते वे लोग अपने घरों को लौटना चाह रहे हैं लेकिन परिवहन सेवाएँ पूरी तरह बंद होने के कारण वे लोग फँस गए हैं। इन लोगों को पुलिस व प्रशासन द्वारा भरोसा दिलाया  जा रहा है कि अभी वे जहाँ हैं वहीं ठहरें और उन्हें जरूरी सेवाएँ मुहैया कराई जाएँगी। 
सड़क के आसपास जमाया डेरा 
 लॉक डाउन में फँसे लोगों में सुबह दीनदयाल चौराहे पर करीब एक दर्जन श्रमिक एकत्र हुए और अपने गृह जिला डिंडौरी जाने के लिए वाहन की तलाश कर रहे थे। इन श्रमिकों में पार्वतीबाई, मंगल ठाकुर, सुमन ठाकुर, सुनीता बाई, रश्मि बाई आदि ने बताया कि वे लोग होली के बाद मजदूरी करने यहाँ आए थे। यहाँ आने के बाद कफ्र्यू लगने से सभी फँस गए हैं। वर्तमान में रोजी रोजगार न होने से रहने खाने का संकट उत्पन्न हो गया है। इसकी जानकारी लगने पर पुलिस ने स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से सभी को भोजन के पैकेट प्रदान किए और उन्हें कुछ दिनों तक यहीं रहने की समझाइश दी।
परिवार के साथ पैदल सफर 
 कफ्र्यू के दौरान रोजी रोटी का संकट उत्पन्न होने से विकलांग महिला प्रीति वंशकार ट्राई साइकिल पर अपने दो बच्चों व पति के साथ प्रेम सागर से सूरतलाई के लिए रवाना हुई। महिला का कहना था कि वह अपने मायके जा रही है और उसका पति वहीं कुछ काम करेगा जिससे भोजन आदि के संकट से छुटकारा मिलेगा।
 

Created On :   30 March 2020 9:55 AM GMT

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