एक और संदिग्ध मरीज की मौत के बाद रिपोर्ट निगेटिव, बुलढाना में 10 साल का बच्चा पॉजिटिव

Report negative after death of another suspected patient
एक और संदिग्ध मरीज की मौत के बाद रिपोर्ट निगेटिव, बुलढाना में 10 साल का बच्चा पॉजिटिव
एक और संदिग्ध मरीज की मौत के बाद रिपोर्ट निगेटिव, बुलढाना में 10 साल का बच्चा पॉजिटिव

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मेयो में भर्ती मरने वाले संदिग्ध मरीज की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। जो वार्ड नंबर 5 में भर्ती था। उसकी बुधवार दोपहर मौत हो गई थू। कोरोना संदिग्ध इस मरीज का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। जानकारी के अनुसार, मध्यप्रदेश के सिवनी जिले के 65 वर्षीय इस मरीज को मंगलवार रात मेयो में भर्ती किया गया था। इसके पहले रामटेक के निजी अस्पताल में उसका उपचार चल रहा था। एक माह पहले भी उसका स्वास्थ्य बिगड़ा था, लेकिन उपचार के बाद वह ठीक हो गया था। पिछले दिनों फिर हालत बिगड़ने पर उसे रामटेक में भर्ती किया गया। वहां से चिकित्सकों ने नागपुर रेफर कर दिया। उसे निमोनिया सहित श्वसन क्रिया से संबंधित परेशानी थी। मेयो के वार्ड 5 में वह भर्ती था। बता दें कि इससे पहले मंगलवार को भी एक संदिग्ध मरीज की मौत मेयो में हुई थी। जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उसे कोरोना नहीं था।

वहीं, बुलढाना में करीब 10 साल का बच्चा पॉजिटिव आया है।

नीरी ने मेयो को दिए पीपीई किट
 
नीरी की ओर से मेयो को पीपीई किट उपलब्ध कराए गए हैं। किट में दस्ताने, सैनिटाइजर, मास्क समेत अन्य जरूरी वस्तुएं मेयो के डिप्टी मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. सागर पांडे को दिया गया। इसके साथ ही नीरी के एयर पााल्यूशन कंट्रोल विभाग की ओर से तैयार किए गए एंटी माइक्रोबिलय क्षमता वाले एयर प्यूरीफायर भी मेयो को दिए गए। डॉ. खैरनार ने बताया कि पीपीई किट की कमी के कारण स्वास्थ्य कर्मियों के लिए जोखिम काफी बढ़ गया है। कालाबाजारी और जमाखोरी के कारण पीपीई किट बाजार से गायब हो चुके हैं। इस कारण फंड उपलब्ध होने के बावजूद ये जरूरी चीजें स्वास्थ्य कर्मियों को उपलब्ध नहीं हो रही हैं। ऐसे में नीरी ने अपने लैब में उपलब्ध किट स्वास्थ्यकर्मियों को देने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि नीरी की ओर से भविष्य मंे और पीपीई किट जमा कर मेयाे को दिए जाएंगे। नीरी के इस कदम की मेयो प्रशासन से प्रशंसा की है। इस दौरान नीरी के सीनियर साइंटिस्ट और एनवॉयरेंटन वायरोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. कृष्णा खैरनार और रिसर्च स्कॉलर उपस्थित थे। मेयो की ओर से डॉ. सागर पांडे उपस्थित थे।

महामेट्रो ने बनाए आइसोलेशन चेंबर्स
 
काेराेना से लड़ने के लिए महामेट्रो ने दो अलग-अलग जगहाें पर आइसोलेशल चेंबर्स बनाए हैं, जिसमें 25 क्वारंटाइन लोगों को रखा जा सकता है। शहर में महामेट्रो ने आपातकालीन स्थिति में आवश्यकता पड़ने पर 8 आइसोलेशन चेंबर्स बनाए हैं। यहां सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं। इन चेंबर्स में 25 लोगों को रखा जा सकता है। ये चेंबर्स हिंगना के आगे नागलवाड़ी और कामठी रोड पर खेरी में बनाए गए हैं। यहीं पर मजदूरों को भी कैंपों में रखा गया है। मेट्रो में काम करने वाले मजदूरों के लिए बनाए गए कैंप और आइसोलेशन चेंबर्स के लिए 8 डॉक्टर भी हैं, साथ ही 11 पैरामेडिकल स्टॉफ भी पूरी तरह नजर रखे हुए हैं। सभी मजदूरों की समय-समय पर स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
 

Created On :   2 April 2020 3:11 PM IST

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