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राहगीर पर हमला करने वाले जख्मी तेंदुए का रेस्क्यू

डिजिटल डेस्क, नागपुर. जामठा स्थित श्योरटेक अस्पताल के पास एक राहगीर पर जख्मी तेंदुए ने हमला कर दिया। घायल राहगीर का नाम ज्ञानेश्वर भैयालाल ठाकरे (45) डोंगरगांव निवासी बताया गया है। घायल को श्योरटेक अस्पताल में भर्ती किया गया है। घायल के बारे में चर्चा थी कि वह उक्त अस्पताल का सुरक्षा रक्षक है, लेकिन इस बारे में अस्पताल ने इनकार करते हुए कहा कि ज्ञानेश्वर उनके अस्पताल का सुरक्षा गार्ड नहीं है। वह डोंगरगांव का निवासी है। उस पर रविवार की सुबह करीब 8.30 बजे के दरमियान तेंदुए ने हमला किया। तेंदुआ जख्मी हालत में था। मानद वन्यजीव रक्षक कुंदन हाते के अनुसार संभवत: वह किसी भारी वाहन की चपेट में आने से जख्मी हो गया है। सोमवार को उसका एक्सरे और सिटी स्कैन होगा, जिससे पता चल सकेगा कि उसके पैर की हड्डियां फ्रैक्चर हैं या नहीं। जानकारी मिलने पर हिंगना के थानेदार विशाल काले भी घटनास्थल पर पहुंचे थे।
मिलेगा मुआवजा, करनी होगी हमले की शिकायत
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, रविवार की सुबह जब डोंगरगांव निवासी ज्ञानेश्वर ठाकरे पैदल जा रहा था, तब श्योरटेक अस्पताल के पास जख्मी हालत में छिपकर बैठे तेंदुए ने उस पर हमला बोल दिया। इस दौरान ज्ञानेश्वर की चीख पुकार सुनकर कुछ लोग उस ओर दौड़े तो किसी तरह उसकी जान बच गई। घटना के बाद ज्ञानेश्वर को श्योरटेक अस्पताल में भर्ती किया गया। पश्चात हिंगना पुलिस को सूचना दी गई। हिंगना के थानेदार विशाल काले सहयोगियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। इस तरह के हमले में शासन की ओर से पीड़ित को मुआवजा दिया जाता है। ज्ञानेश्वर को भी मुआवजा मिल सकता है। इस प्रकरण में आगे की कार्रवाई बुटीबोरी के वनविभाग के रेंज ऑफिस से हो सकेगी।
जंगल में पेड़ के नीचे बैठा मिला
खबर मिलने पर वन विभाग के अधिकारी कुंदन हाते सहयोगियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। तेंदुए की खोजबीन शुरू की गई। वन विभाग के अधिकारियों के पहुंचने तक तेंदुआ अस्पताल की दूसरी ओर सड़क पार कर जंगल में चला गया था। वन विभाग के अधिकारी- कर्मचारियों के सर्च अभियान में तेंदुआ जंगल के अंदर एक पेड़ के नीचे बैठा मिला। उसे एनेस्थेसिया का इंजेक्शन देकर बेहोश किया गया। इसके बाद उसे सेमिनरी हिल्स स्थित ट्रांजिट ट्रीटमेंट सेंटर में उपचार के लिए भेज दिया गया है। हाते के अनुसार 48 घंटे के बाद ही उसे दोबारा एनेस्थेसिया देने के बाद एक्सरे निकालने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
बढ़ रहीं घटनाएं
दो दिन पहले ही नागपुर से करीब 20 किलोमीटर दूर बावनथडी में एक खेत में बाघ दिखा था। {गत अप्रैल माह में सावंगी-देवली परिसर में शिकार की तलाश में घूम रहे बाघ ने पुरूषोत्तम गोतमारे के केले की खेती में जंगली सुअर का शिकार किया था। {इसके पहले हिंगना, एमआईडीसी के अंतर्गत लता मंगेशकर अस्पताल परिसर, डिगडोह, वाघदरा व मिहान इलाके में बाघ देखा गया था। {इसके पहले पराग बावस्कर के बाथरुम में तेंदुआ घुसा था। उस दौरान तेंदुए को बेहोश करने के लिए नागपुर व अमरावती की टीम को बुलाया गया था। 4 बार प्रयास किया गया और अंत में बाथरुम की खिड़की से पानी डालने के बाद अमरावती की टीम के अमोल गावनेर ने उसे अचूक तरीके से इंजेक्शन मारा, तब वह बेहोश हुआ था। उसके बाद उसे सेमिनरी हिल्स स्थित रेस्क्यू सेंटर में ले जाकर पिंजरे के अंदर रखा गया था।
Created On :   7 Nov 2022 6:12 PM IST